श्री बालकृष्णं विजयतेराम् : Kusuma Giridhar
श्री बालकृष्णं विजयतेराम्😘❤😘❤😘❤😘🌹जय श्री राधे राधे जी🙏🏻🌹🙏🏻🌹🙏🏻❤बाबा सूरदासजी की पदाबली की रचना है यह,जितना बाबा महाराज ने बाल भाव को प्रस्तुत किया है अन्य किसी ने नहीं,,“गारी नाहीं दीजौ मो गरीबनी को जायो हैतोल तोल लीजो,जाकौ जित्तो जित्तो खायो है।😘😘😘😘😘❤बालक का स्वभाव होता है वो अपने घर से अधिक पडोसियों के यहां खाना पीना पंसद … Read more