” रथ यात्रा ” : Niru Ashra
” रथ यात्रा “रथ अर्थात जिसके उपर आरुढ हो कर निर्णायक स्थली पर पहुंचना यह शरीर रथ है और शरीर में है आत्मा अर्थात यह आत्मा शरीर पर आरुढ होता है और शरीर रथ को हंकारते है – पुरुषार्थ करके निर्णायक स्थली पर पहुंचाये इसे रथ यात्रा समझते है।हमारे संस्कार और संस्कृति कितनी अनोखी है किहर … Read more