*श्रीकृष्णचरितामृतम्* *!!”पनघट पे” – एक प्रेम प्रसंग 4 !!* *भाग 8* : Niru Ashra
*श्रीकृष्णचरितामृतम्**!!”पनघट पे” – एक प्रेम प्रसंग 4 !!* *भाग 8*हा श्याम ! हा श्याम सुन्दर ! हा नन्दनन्दन ! हा कन्हाई !कुञ्ज में ये आवाज धीमी धीमी आरही थी ।हा नन्दनन्दन ! हा श्याम सुन्दर ! कोई पुकार रही है ……ललिते ! देख तो पुकार में करुणा भरी हुयी है ………..और हिलकियों से रो … Read more