श्रीकृष्णचरितामृतम्-!! “प्रेमधर्म” सब धर्मों से श्रेष्ठ है” – माथुर ब्राह्मणियों पर कृपा !!-भाग 1: Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! “प्रेमधर्म” सब धर्मों से श्रेष्ठ है” – माथुर ब्राह्मणियों पर कृपा !! भाग 1– हाँ , तात ! प्रेम धर्म से बड़ा कोई धर्म नही……धर्म का अभिप्राय यही होता है ना ! जिसनें हमें धारण किया है ? तो प्रेम नें ही हमें धारण किया है…….प्रेम से बड़ा तप और कुछ नही है … Read more