श्रीकृष्णचरितामृतम्-!! “वृन्दावन का निस्वार्थ प्रेम” – उत्तरश्रीकृष्णचरितामृतम् 75 !!-भाग 1 : Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! “वृन्दावन का निस्वार्थ प्रेम” – उत्तरश्रीकृष्णचरितामृतम् 75 !! भाग 1 नाथ ! आप इतने विकल क्यो हो रहे हैं उन ब्रजवासियों को लेकर …उन्हें द्वारिका में ही बसा लीजिए ना …..सोलह हजार एक सौ आठ तो आपकी हम सब रानियाँ हैं हीं , फिर लाखों में आपके सन्तान भी हैं ….ये बेचारे वृन्दावन … Read more