!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 33 !!- “विपरीत रति” – प्रेम साधना की एक विधाभाग 3 : Niru Ashra
!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 33 !! “विपरीत रति” – प्रेम साधना की एक विधाभाग 3 पर तनिक ध्यान उन श्यामसुन्दर के गले में पड़े मणियों की माला पर गया ……उन मणियों में श्रीराधा रानी को अपना रूप दिखाई दिया ….! ओह ! मेरे प्यारे के वक्ष में ये सौत कौन हैं ? बस रूठ गयीं श्रीराधा रानी … Read more