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September 14, 2025 12:03 am

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-(रस मत्त दम्पति -“ आजु अति राजत दम्पति भोर”) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-(रस मत्त दम्पति -“ आजु अति राजत दम्पति भोर”) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( रस मत्त दम्पति -“ आजु अति राजत दम्पति भोर”) गतांक से आगे – ये नित्य दम्पति , सनातन दम्पति हैं …इनके हृदय में सदा ही प्रेम समुद्र हिलोरें लेता रहता है …इस प्रेम समुद्र में दो लहरें प्रकट होती हैं ..एक मिलन की और एक वियोग … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 61 !!-“श्रीराधारानी का स्वयं से सम्वाद” – प्रेम की विचित्र स्थिति भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 61 !!-“श्रीराधारानी का स्वयं से सम्वाद” – प्रेम की विचित्र स्थिति भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 61 !! “श्रीराधारानी का स्वयं से सम्वाद” – प्रेम की विचित्र स्थितिभाग 1 रात्रि में नन्दगाँव से लौट आयी थीं ललिता सखी ……… सब कुछ तो स्पष्ट बता दिया था महर्षि शाण्डिल्य नें । सोचकर गयी थी ललिता महर्षि के पास कि ……..कोई तन्त्र मन्त्र इत्यादि हो तो ……….क्यों की श्रीराधा की ऐसी … Read more