Explore

Search

August 3, 2025 9:05 am

!! उद्धव प्रसंग !!-{ मैं उद्धव, इस प्रेम नगरी में खो गया हूँ }भाग-24 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ मैं उद्धव, इस प्रेम नगरी में खो गया हूँ }भाग-24 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !! { मैं उद्धव, इस प्रेम नगरी में खो गया हूँ }भाग-24 आसामहो चरण रेणु जुषामहं स्यां…(श्रीमद्भागवत) ओह ! ये क्या आज छ: महीने बीत गए !…और मुझे लग रहा है कि कल ही तो मैं मथुरा से आया था इस वृन्दावन में… विश्वास नही होता मुझे कि छ: महीने बीत गए … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 78 !!-विरह जगावे दरद को – “भ्रमरगीत”भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 78 !!-विरह जगावे दरद को – “भ्रमरगीत”भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 78 !! विरह जगावे दरद को – “भ्रमरगीत”भाग 2 कृष्ण तो वहाँ शान्त रहते हैं…….और हाँ आपके इन्हीं चरणों का ध्यान करते रहते हैं……वहाँ किसी नारी से….स्त्रियों से बहुत दूर रहते हैं ….बस आपकी ही यादों में पड़े रहते हैं श्याम सुन्दर । अच्छा ! तू सच कह रहा है …..श्याम सुन्दर के … Read more