!! उद्धव प्रसंग !!-{ मैं उद्धव, इस प्रेम नगरी में खो गया हूँ }भाग-24 : Niru Ashra
!! उद्धव प्रसंग !! { मैं उद्धव, इस प्रेम नगरी में खो गया हूँ }भाग-24 आसामहो चरण रेणु जुषामहं स्यां…(श्रीमद्भागवत) ओह ! ये क्या आज छ: महीने बीत गए !…और मुझे लग रहा है कि कल ही तो मैं मथुरा से आया था इस वृन्दावन में… विश्वास नही होता मुझे कि छ: महीने बीत गए … Read more