!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( “प्रेम नगर 2” – नगर परिचय ) : Niru Ashra
!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( “प्रेम नगर 2” – नगर परिचय ) कल मंगलाचरण हुआ ….प्रेमावतार गौरांग देव को प्रणाम करके । अब ग्रन्थ आरम्भ होता है । “मति रतियुवतिपतिर्यत्पालयिता मधुमेचको राजा ।गगने विकसित नगरं नैकशिरोमन्दिरं नाम ।।” “प्रेम पत्तनम्” ग्रन्थ के आरम्भ का ये प्रथम श्लोक है । इसका अर्थ … Read more