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October 24, 2025 2:09 am

श्रीमद्भगवद्गीताअध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🙏🙏🙏🙏🙏🙏श्लोक 4 . 26🙏🙏🙏🙏 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीताअध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🙏🙏🙏🙏🙏🙏श्लोक 4 . 26🙏🙏🙏🙏 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीताअध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🙏🙏🙏🙏🙏🙏श्लोक 4 . 26🙏🙏🙏🙏 श्रोत्रादीनीन्द्रियाण्यन्ये संयमाग्निषु जुह्वति |शब्दादीन्विषयानन्य इन्द्रियाग्निषु जुह्वति || २६ || श्रोत्र-आदीनि – श्रोत्र आदि; इन्द्रियाणि – इन्द्रियाँ; अन्ये – अन्य; संयम – संयम की; अग्निषु – अग्नि में; जुह्वति – अर्पित करते हैं; शब्द-आदीन् – शब्द आदि; विषयान् – इन्द्रियतृप्ति के विषयों को; अन्ये – दूसरे; इन्द्रिय – … Read more

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! “ये रसीली गर्विली सखियाँ” !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! “ये रसीली गर्विली सखियाँ” !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! “ये रसीली गर्विली सखियाँ” !! गतांक से आगे – रात्रि सोयें तो नाम जाप करते हुए सोयें ..नाम जाप में “युगल मन्त्र” को ही निकुँज का मन्त्र रसिकों ने माना है । उसका जाप करते हुए भावना करें कि निकुँज के … Read more

“श्रीराधाचरितामृतम्” 118 !!-प्रेम साधना की दो पद्धति – “वैधी और रागानुगा” भाग 3 : Niru Ashra

“श्रीराधाचरितामृतम्” 118 !!-प्रेम साधना की दो पद्धति – “वैधी और रागानुगा” भाग 3 : Niru Ashra

🙏🙏🌹🌹🙏🙏 “श्रीराधाचरितामृतम्” 118 !! प्रेम साधना की दो पद्धति – “वैधी और रागानुगा”भाग 3 रागानुगा वाले व्रत नही करते………..हमारे श्रीधाम वृन्दावन में श्रीराधाबल्लभ सम्प्रदाय वाले एकादशी का व्रत नही करते …….न हरिदासी सम्प्रदाय वाले करते हैं ……न ग्रहण मानते हैं ये लोग …..। राग …….यानि किसी से अच्छे से चिपकना ……….अच्छे से किसी से जुड़ना … Read more