श्रीमद्भगवद्गीता :अध्याय 6 : ध्यानयोग🍇🍓🫐🍒🥭श्लोक 6 . 7 & 8 and महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (093) : Niru Ashra
Niru Ashra: श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 6 : ध्यानयोग🍇🍓🫐🍒🥭श्लोक 6 . 7🍇🍉🍍🥭जितात्मनः प्रशान्तस्य परमात्मा समाहितः |शीतोष्णसुखदु:खेषु तथा मानापमानयो: || ७ || जित-आत्मनः – जिसने मन को जीत लिया है; प्रशान्तस्य – मन को वश में करके शान्ति प्राप्त करने वाले का; परम-आत्मा – परमात्मा; समाहितः – पूर्णरूप से प्राप्त; शीत – सर्दी; उष्ण – गर्मी में; सुख … Read more