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November 21, 2024 8:43 pm

श्रीमद्भगवद्गीता :अध्याय 6 : ध्यानयोग🍇🍓🫐🍒🥭श्लोक 6 . 7 & 8 and महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (093) : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता :अध्याय 6 : ध्यानयोग🍇🍓🫐🍒🥭श्लोक 6 . 7 & 8 and महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (093) : Niru Ashra

Niru Ashra: श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 6 : ध्यानयोग🍇🍓🫐🍒🥭श्लोक 6 . 7🍇🍉🍍🥭जितात्मनः प्रशान्तस्य परमात्मा समाहितः |शीतोष्णसुखदु:खेषु तथा मानापमानयो: || ७ || जित-आत्मनः – जिसने मन को जीत लिया है; प्रशान्तस्य – मन को वश में करके शान्ति प्राप्त करने वाले का; परम-आत्मा – परमात्मा; समाहितः – पूर्णरूप से प्राप्त; शीत – सर्दी; उष्ण – गर्मी में; सुख … Read more

!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! ( “सिद्धान्त सुख” – 6 & 7)

!! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! ( “सिद्धान्त सुख” – 6 & 7)

Niru Ashra: !! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! ( “सिद्धान्त सुख” – 6 ) गतांक से आगे – हे रसिकों ! निकुँज रस प्राप्ति कैसे हो इस ध्येय को लेकर ही हम चल रहे हैं । महावाणी के जो रचयिता हैं श्री श्री हरिव्यास देव जी , जिनका निकुँज में सखीरूप “हरिप्रिया सखी” के नाम से … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 134 !! Part 1 & 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 134 !! Part 1 & 2 : Niru Ashra

] Niru Ashra: 🍁🙏🍁🙏🍁 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 134 !! “कीर्ति मैया और श्रीवृषभान” – कुरुक्षेत्र जानें की तैयारीभाग 1 🦚🌻🌻🌻🦚 सुनिये ! क्या आपको पता है पूरा वृन्दावन कुरुक्षेत्र जा रहा है ? बरसानें की महारानी श्रीकीर्ति नें अपनें पति वृषभान जी से पूछा था । धीमी आवाज में बृषभान जी नें कहा ……..हाँ रानी ! … Read more