श्रीमद्भगवद्गीता,!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 143 !!(1) & !! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !! : Niru Ashra
Niru Ashra: श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 6 : ध्यानयोग🪻🪻🪻🪻🪻🪻श्लोक 6 . 40🪻🪻🪻🪻 श्रीभगवानुवाच🪻🪻🪻🪻पार्थ नैवेह नामुत्र विनाशस्तस्य विद्यते |न हि कल्याणकृत्कश्र्चिद्दुर्गतिं तात गच्छति || ४० || श्रीभगवान् उवाच – भगवान् ने कहा; पार्थ – हे पृथापुत्र; न एव – कभी ऐसा नहीं है; इह – इस संसार में; न – कभी नहीं; अमुत्र – अगले जन्म में; विनाशः … Read more