हमारी छोटी-छोटी व्यवस्थाओं का भी अपना दिन होता है और वे समाप्त हो जाती हैं : अल्फ्रेड टेनिसन by बाय सुश्री अंजली जगन्नाथ बहन
हमारी छोटी-छोटी व्यवस्थाओं का भी अपना दिन होता है;उनका भी अपना दिन होता है और वे समाप्त हो जाती हैं। प्रसिद्ध कवि अल्फ्रेड टेनिसन ने अपनी कविता “इन मेमोरियम” में कहा है:हमारी छोटी-छोटी व्यवस्थाओं का भी अपना दिन होता है;उनका भी अपना दिन होता है और वे समाप्त हो जाती हैं।वे तो बस तेरी टूटी … Read more