श्रीकृष्णचरितामृतम्-!! “जे तो जूठो खावे” – भक्तिवश्य भगवान् !!-भाग 3 : Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! “जे तो जूठो खावे” – भक्तिवश्य भगवान् !! भाग 3 मनसुख ! ओ रे मनसुख ! तू नाय लाओ अपनें घर ते कछु खायवे कुँ ? वनभोज में सब ग्वाल सखा कुछ न कुछ अपनें घर से लाये थे ……पर मनसुख कुछ नही लाया था …….लाता भी कहाँ से ……इसकी माँ “तपश्विनी पौर्णमासी” … Read more