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November 21, 2024 6:03 pm

🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-३१🦚🌹 भ्रमर -गीत🌹: Niru Ashra

🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-३१🦚🌹 भ्रमर -गीत🌹: Niru Ashra

🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-३१🦚🌹 भ्रमर -गीत🌹 🪷 हम तो नंद-यशोदा के लालन (पुत्र) के संग नित्यक्रीड़ा करते, गौचारण करते, क्रीड़ाकर नाचते, वेणु सुनते, खाते-पीते प्रत्यक्ष साथ रहते तो फिर कैसे निराकार? ऐसे फ़ालतू बातें सुनने का समय नहीं है। 🙏 हाँ उद्धव! आप कहते निरंजन है, आप शायद नहीं जानते, जब कन्हैया छोटा … Read more

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-जब श्रीराधारानी बोलीं – “नन्द के लाल हरयौ मन मोर” : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-जब श्रीराधारानी बोलीं – “नन्द के लाल हरयौ मन मोर” : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( जब श्रीराधारानी बोलीं – “नन्द के लाल हरयौ मन मोर” ) गतांक से आगे – कभी श्रीधाम वृन्दावन में आकर यहाँ के रसिकों का समाज गायन सुनो । “श्रीहित चौरासी जी” का समाज गायन होता है ….श्रीनिम्बार्क सम्प्रदाय में “महावाणी जी” का समाज गायन होता है … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 52 !!-अब सौ वर्ष का दारुण वियोग…भाग 3: Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 52 !!-अब सौ वर्ष का दारुण वियोग…भाग 3: Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 52 !! अब सौ वर्ष का दारुण वियोग…भाग 3 “जाओ ! मैं अब जा रही हूँ बरसाना …..और अब कभी नही आऊँगी ….तुम बजाते रहो बाँसुरी ………मैं गयी ……..श्रीराधा रानी जानें लगी थीं बरसाना वापस ……..श्याम सुन्दर को इशारा किया वृन्दा नें ……….कृष्ण श्रीराधा के सामनें प्रकट हो गए थे । मैं जा … Read more