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November 21, 2024 10:37 pm

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( ब्याहुला – “रुचिर राजत वधू कानन किशोरी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( ब्याहुला – “रुचिर राजत वधू कानन किशोरी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( ब्याहुला – “रुचिर राजत वधू कानन किशोरी” ) गतांक से आगे – इस “रस मार्ग” में उत्सव ही जीवन है । नित उत्सव , नित मंगल , नित शृंगार , नित नवीन भाव । ये उपासना उत्सव की है , उत्सव से ही उपास्य को रिझाना … Read more

!! उद्धव प्रसंग !!-{ मैं उन कृष्ण के माता-पिता को क्या कहता..?-उद्धव } भाग-9 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ मैं उन कृष्ण के माता-पिता को क्या कहता..?-उद्धव } भाग-9 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !! { मैं उन कृष्ण के माता-पिता को क्या कहता..?-उद्धव }भाग-9 तर्हि द्रक्ष्याम तद्वक्त्रं सुनसं सुस्मितेक्षणम् ।( श्रीमद्भागवत ) मैं क्या कहूँ उन कृष्ण के पूज्य पिता से ! ओह! वो नन्दराय तो “कृष्ण कृष्ण” कहते कहते कृष्णमय ही हो रहे थे । और जब उन्होंने ये कहा… उद्धव ! आश्चर्य तो … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 73 !!-जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 73 !!-जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 2 : Niru Ashra

“श्रीराधाचरितामृतम्” 73 !! जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 2 बृजपति मुझे अपने साथ यमुना स्नान को ले जाना चाह रहे थे ……..पर मुझे आज एकाकी जाना था……..क्यों की गोपों से , गोपियों से विशेष मिलनें के लिये कहा था श्रीकृष्ण नें मुझ से ….और हाँ…….”मेरी प्रिया से भी मिलना”…….अपनी प्रिया श्री राधा का … Read more