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July 6, 2025 1:10 pm

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 24🌹🌹🌹🌹 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 24🌹🌹🌹🌹 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 24🌹🌹🌹🌹 ब्रह्मार्पणं ब्रह्म हविब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम् |ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्मसमाधिना || २४ || ब्रह्म – आध्यात्मिक; अर्पणम् – अर्पण; ब्रह्म – ब्रह्म; हविः – घृत; ब्रह्म – आध्यात्मिक; अग्नौ – हवन रूपी अग्नि में; ब्रह्मणा – आत्मा द्वारा; हुतम् – अर्पित; ब्रह्म – परमधाम; एव – निश्चय … Read more

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (055) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (055) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (055) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) जो जैसिह तैसिह उठ धायीं-1 ‘पयोऽधिश्रित्य संयावं अनुद्वास्यापरा ययुः’ कोई-कोई गोपी दूध को आग पर चढ़ायी थी पर दूध का भविष्य भूल गयी। वंशीध्वनि जो कान में पड़ी और आँख में, हृदय में और रोम-रोम में उससे जो मिलन की व्याकुलता की व्याप्ति हुई उससे … Read more

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! रंग सोहिलौ !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! रंग सोहिलौ !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! रंग सोहिलौ !! गतांक से आगे – रंग सोहिलौ रंग रली कौ , रंग महल में रंग अली कौ ।।श्रीरंगदेवी जू श्रीनव वासा , बिस्वाभा उत्तमा जू विलासा ।।रँग रंग भीनी रंग रंगीली , नवल जुगल सेवा गरबीली ।।सरस सरूपा मधुरा … Read more

“श्रीराधाचरितामृतम्” 118 !!-प्रेम साधना की दो पद्धति – “वैधी और रागानुगा” भाग 1 : Niru Ashra

“श्रीराधाचरितामृतम्” 118 !!-प्रेम साधना की दो पद्धति – “वैधी और रागानुगा” भाग 1 : Niru Ashra

🙏🙏🌹🌹🙏🙏 “श्रीराधाचरितामृतम्” 118 !! प्रेम साधना की दो पद्धति – “वैधी और रागानुगा”भाग 1 इस “प्रेमसाधना” का एक मात्र उद्देश्य यही है – कि ….. साधक के हृदय में भाव के अंकुर फूटें…….और प्रेम के विभिन्न स्तरों को पार करता हुआ साधक ……..शुद्ध विशुद्ध अपनें उज्जल स्वरूप “रसरूप” में प्रतिष्ठित हो जाए ……….बस इसी उद्देश्य … Read more