!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 150 !!(1),: !! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!,श्रीमद्भगवद्गीता & महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (132) : Niru Ashra
Niru Ashra: 🙏🙏🙏🙏 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 150 !! प्रेम की सदाहीं जय हो …भाग 1 🌳🌳🌳🌳🌳 वो दौड़े आये थे ……ऐसा लग रहा था कि नीला आकाश चला आरहा है …………….वही भृकुटि मत्तता …….रसिक शिरोमणि ऐसे ही तो नही कहते इन्हें ……….राधे ! राधे ! पुकार थी उनकी………. हाँ ……..श्रीराधारानी एकाएक उठ गयीं ………बाहर गयीं …..पीताम्बर … Read more