!! श्रीराधाचरितामृतम्” 151 !!(2),: !! निकुँजोपासना का सिद्धान्त !!,: महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (134 &135) and श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra
🙏🙏🌹🙏🙏 !! श्रीराधाचरितामृतम्” 151 !! लीला संवरणभाग 2 🍃☘️🦜🦜🍃☘️ मैं देखती रही द्वारिका को……..सुवर्ण की द्वारिका अब डूबनें की तैयारी में थी……..श्याम सुन्दर अब आजाओ ! मेरे पास आजाओ ……….सब देखतो लिया तुमनें…….अब क्या देखना शेष है ? लाखों बालक हो गए ……..लाखों पौत्र प्रपौत्र हो गए……..महाभारत का युद्ध भी करवा ही दिया ……अब आजाओ … Read more