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July 1, 2025 11:36 am

श्री भीष्म पितामह 26-,27 & 28 and श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra

Niru Ashra: श्री भीष्म पितामह26- भीष्म पितामह की बात सुनकर दुर्योधन उदास हो गया। भीष्म ने कहा- ‘दुर्योधन! यह क्रोध करने का समय नहीं है। अर्जुन ने मुझे जिस प्रकार जल पिलाया, तुमने अपनी आँखों से उसे देखा है। कौन है पृथ्वी पर ऐसा काम करने वाला वीर? श्रीकृष्ण और अर्जुन के अतिरिक्त सम्पूर्ण दिव्य … Read more

श्रीकृष्णकर्णामृत – 38,39 & 40 : Niru Ashra

Niru Ashra: श्रीकृष्णकर्णामृत – 38 “लीलामय किशोर की झाँकी” अधीर-विम्वाधर-विभ्रमेण हर्षाद्र-वेणु-स्वर-सम्पदा च ।अनेन केनापि मनोहरेण हा हन्त हा हन्त मनो दुनोषि ॥३६॥ हे साधकों ! यही है प्रेम मार्ग की साधना और साध्य । प्रियतम से मिलने की बेचैनी सबको चाहिए ….फिर जब प्रियतम मिल जाता है तो बेचैनी और बढ़ जाती है…यही “दिने दिने … Read more

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(45-3),(46-1)&(46-2) ; Niru Ashra

#मैंजनकनंदिनी…4️⃣5️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 बरबस राम सुमन्त्र पठाये …📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! सिवि दधीच हरिचंद नरेसा।सहे धरम हित कोटि कलेसा ॥धरमु न दूसर सत्य समाना।आगम निगम पुरान बखाना ॥💫🦚💫🦚💫🦚💫🦚💫🦚💫 दृढ़ता ऐसी थी हमारे पूर्वजों की ………..कि स्वर्ग से गंगा तक पृथ्वी में ले आये ……………….. आप क्या कहेंगें … Read more