🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(72-2), “जितनी ज़रूरतें कम , उतनी प्रसन्नता”,श्रीमद्भगवद्गीता तथा श्री भक्तमाल (013) : नीरू आशरा
] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..7️⃣2️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 एक बार चुनि कुसुम सुहाये …..📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! भरत भैया चले गए ……..उनके साथ माताएँ, गुरुजन प्रजा सब गए । मेरे श्रीराम की पादुका को भरत भैया नें पहले तो हाथी पर सिंहासन जो था … Read more