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December 12, 2024 6:49 pm

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(80-2),: !! बुद्धि को स्थिर करो – “गीता ज्ञान” !!,: श्री भक्तमाल (037) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा

🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..8️⃣0️⃣भाग 2 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 निशिचर हीन करहुँ मही..📙( रामचरितमानस )📙🙏🙏👇🏼🙏🙏 मैं वैदेही ! आप चलें हे राम! ……….और देखते चलें ……….हम आपके साथ ऋषि सुतीक्षण जी के आश्रम तक जायेंगें । ऋषि डरे हुए थे ……………………………… पर डरना स्वभाविक था ……………….ओह ! .क्या दृश्य । … Read more

अनुचिंता-6(प्रेम- अनुराग) By Anjali Nanda,(Anjali R Padhi) President Shree Jagannath Mandir Seva Sansthan (SJMSS),Daman

अनुचिंता-6(प्रेम- अनुराग) By Anjali Nanda,(Anjali R Padhi) President Shree Jagannath Mandir Seva Sansthan (SJMSS),Daman प्रेम को समझने के लिए हृदय चाहिए, निभाने के लिए धैर्य चाहिए और पाने के लिए सौभाग्य। प्रेम ही दिव्य है , प्रेम ही सत्य है , प्रेम ही आंनद है । जो असफल है वो वासना है , वह काम … Read more