🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(89-3),मिथिला के भक्त – 25 ,: श्री भक्तमाल (063) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा
Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..8️⃣9️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 मैं वैदेही ! उनकी ऐसी स्थिति देखकर मैं हँसी ……….मेरे श्रीराम भी हँसे । अरे ! कहाँ जा रहे हो ……मैं तुम्हे खाऊँगी नही …….सूर्पनखा नें कहा । देखो ! मेरे पास आकर तुम्हे क्या मिलेगा ………..मैं तो इनका … Read more