🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(96–1),मिथिला के भक्त – 43, श्री भक्तमाल (भूमिका-4) (082) તથા श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra
[] Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..9️⃣6️⃣भाग 1 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 पतिव्रताधुरीणां त्वां नमामि जनकात्मजाम् ।अनुग्रहपरामृद्धिमनघां हरिवल्लभाम् ॥ ४॥ हे जनक नंदिनी…..पतिव्रताओं मे अग्रगण्य आप श्रीजनकदुलारी को मैं प्रणाम करता हूँ । आप सबपर अनुग्रह करनेवाली समृद्धि, पापरहित और विष्णुप्रिया लक्ष्मी हैं । “वैदेही की आत्मकथा” गतांक से आगे … Read more