🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(96–3),मिथिला के भक्त – 45, श्री भक्तमाल (भूमिका-6) (084) તથા श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra
🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(96–3),मिथिला के भक्त – 45, श्री भक्तमाल (भूमिका-6) (084) તથા श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..9️⃣6️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 पतिव्रताधुरीणां त्वां नमामि जनकात्मजाम् ।अनुग्रहपरामृद्धिमनघां हरिवल्लभाम् ॥ ४॥ घुटनों के बल बैठ गए थे लक्ष्मण ………नेत्रों से अश्रु बहते जा रहे … Read more