🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏(101-3),केसर रंग से भरी पिचकारी, श्री भक्तमाल (097) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra
Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..1️⃣0️⃣1️⃣भाग 3 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 नीलनीरज-दलायतेक्षणां लक्ष्मणाग्रज-भुजावलम्बिनीम्।शुद्धिमिद्धदहने प्रदित्सतीं भावये मनसि रामवल्लभाम्। माघ संक्रांति के दिन संगम में स्नान किया था विश्वश्रवा नें …………. फिर सामनें ही ऋषि भारद्वाज का आश्रम था ……….ऋषि को प्रणाम करनें के लिये विश्वश्रवा वहाँ गए । ऋषि भारद्वाज कहीं … Read more