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July 31, 2025 8:26 pm

श्री सीताराम शरणम् ममभाग 116(1) श्रीकृष्णसखा’मधुमंगल’ की आत्मकथा – 40″, श्री भक्तमाल (140)तथा श्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा

] Niru Ashra: 🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏🌺भाग >>>>>>>1️⃣1️⃣6️⃣🌺मै जनक नंदिनी ,,,भाग 1 🌱🌻🌺🌹🌱🥰🌻🌺🌹🌾💐 ध्येयं सदा परिभवघ्नमभीष्टदोहं,तीर्थास्पदं शिवविरिञ्चिनुतं शरण्यम् ।भृत्यार्तिहं प्रणतपालभवाब्धिपोतं,वन्दे महापुरुष ते चरणारविन्दम् ॥ “वैदेही की आत्मकथा” गतांक से आगे – मैं वैदेही ! त्रिजटा उस दिन उदास थी ……..क्यों की रावण की सभा में स्वयं रावण नें ही अपनें छोटे भाई … Read more

जगन्नाथ मंदिर की मान्यता और गजपति महाराजा का महत्व : अंजलि नंदा

• जगन्नाथ मंदिर की मान्यता और गजपति महाराजा का महत्व:मंदिर में भगवान जगन्नाथ को ब्रह्मांड के भगवान (जगत = ब्रह्मांड; नाथ = भगवान) के रूप में पूजा जाता है.• गजपति महाराजा का महत्व:गजपति महाराजा को भगवान जगन्नाथ का अध्‍यायसेवक (पहले और सबसे प्रमुख सेवक) माना जाता है.• छेरा पहरा:यह अनुष्ठान रथ यात्रा के दौरान किया … Read more

Tribute on the death anniversary of Late Shri Josephbhai Macquan (Literator), Anand : Balvant Barot

Tribute on the death anniversary of Late Shri Josephbhai Macquan (Literator), AnandBorn on 09-October-1935 in a simple Christian weaver family of Tranol village near Ood (now district: Anand) in the Samaddha Charotar region of Gujarat, Late Shri Josephbhai Macquan is considered to be the best writer of Gujarati language and especially Dalit literature. Facing unbearable … Read more