श्री सीताराम शरणम् ममभाग 120(1), “श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’की आत्मकथा – 51”, श्री भक्तमाल (152) तथाश्रीमद्भगवद्गीता : नीरु आशरा –
[] Niru Ashra: 🙏🥰 श्री सीताराम शरणम् मम 🥰 🙏*🌺भाग >>>>>>>> 1️⃣2️⃣0️⃣🌺मै जनक नंदिनी ,,,भाग 1 🌱🌻🌺🌹🌱🥰🌻🌺🌹🌾💐 श्रीराघवं दशरथात्मजमप्रमेयं,सीतापतिं रघुकुलान्वयरत्नदीपम् ।आजानुबाहुमरविन्ददलायताक्षं,रामं निशाचरविनाशकरं नमामि ॥ “वैदेही की आत्मकथा” गतांक से आगे – मैं वैदेही ! मैं उस दिन अपनी माँ पृथ्वी से प्रार्थना करती रही ………मै रो रो कर प्रार्थना कर रही थी…….मैने अपना मस्तक पृथ्वी … Read more