श्रीकृष्णचरितामृतम्-!! अद्भुत महारास – “रासपञ्चाध्यायी” !!-भाग 1 : Niru Ashra
श्रीकृष्णचरितामृतम् !! अद्भुत महारास – “रासपञ्चाध्यायी” !! भाग 1 तात ! गोपियाँ प्रेम वृत्ति हैं, श्रीराधारानी ब्रह्मविद्या हैं …..वे स्वयं आराधना हैं आराधिका हैं…..एक ब्रह्म और एक वृत्ती, ज्ञानी जन इस महारास की ऐसे ही व्याख्या करते हैं……..उद्धव कह रहे हैं । हृदय का रंगमंच है …….श्याम ब्रह्म साक्षात् खड़े हैं …….तदाकार वृत्तीयों की धारा … Read more