🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-१४🦚🌹 भ्रमर -गीत🌹-गोपी-मोर भावमय संवाद🪷: Niru Ashra
🦚🦚🦚🦚🦚🦚🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-१४🦚🌹 भ्रमर -गीत🌹 🪷 गोपी-मोर भावमय संवाद🪷 🍁 अरे सुन गोपी! प्रभु श्याम अपने मस्तक पर मेरा मोर पंख धराते हैं ये तो तु ही जानती है। देखो मेरे पंखों में अनेकों मनमोहक रंग है। खूबसूरत सौंदर्य है। बहुत ही वजन में हल्का है। अरे सुनो, गोपी-श्याम एक दिन मुझे … Read more