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June 23, 2025 9:32 am

!! राधा बाग में -“श्रीहित चौरासी” !! – ( रस पुष्टि – “हौं जु कहति इक बात सखी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में -“श्रीहित चौरासी” !! – ( रस पुष्टि – “हौं जु कहति इक बात सखी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में -“श्रीहित चौरासी” !! ( रस पुष्टि – “हौं जु कहति इक बात सखी” ) गतांक से आगे – “रस पुष्टि ही मान का उद्देश्य है” । ये बात रसोपासकों को समझनी चाहिये । अपने प्रीतम की अधीरता को देखने के लिये …प्रिया मान करती हैं । प्रीतम जब बिलख उठते हैं … Read more

!! उद्धव प्रसंग !!-{ श्रीराधा की विरहव्यथा – भ्रमरगीत }भाग-17 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ श्रीराधा की विरहव्यथा – भ्रमरगीत }भाग-17 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !! { श्रीराधा की विरहव्यथा – भ्रमरगीत }भाग-17 प्रियसख पुनरागाः प्रेयसा प्रेषितः किं…( श्रीमद्भागवत) उद्धव अब विचलित हो उठे थे… श्रीराधा को मुर्छिता देखकर… उद्धव का धैर्य जवाब दे गया था । उद्धव ने “विरह” शब्द बहुत बार सुना था… पर ये श्रीराधा तो ऐसी लग रही थीं कि स्वयं विरह ही … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 76 !!-आओ, प्रेम की सृष्टि में प्रवेश करें..भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 76 !!-आओ, प्रेम की सृष्टि में प्रवेश करें..भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 76 !! आओ, प्रेम की सृष्टि में प्रवेश करें..भाग 1 हे वज्रनाभ ! इस जीवन नैया को हम वहाँ ले चलें …..जहाँ बस प्रेम ही प्रेम हो । यह जो वृन्दावन है ना….यमुना जी हैं यहाँ के वृक्ष हैं …..पक्षी हैं ……गिरिराज हैं ……..गोपी गोप हैं ……..ये एक एक ऐसे दिव्य हैं ……जिनका … Read more