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November 22, 2024 8:46 am

જીવનચરિત્ર કથા : ભાગ 179સમર્થ સાહિત્યકાર યશવંત પ્રાણશંકર શુક્લ : Manoj Acharya

જીવનચરિત્ર કથા : ભાગ 179સમર્થ સાહિત્યકાર યશવંત પ્રાણશંકર શુક્લ : Manoj Acharya

જીવનચરિત્ર કથા : ભાગ 179સમર્થ સાહિત્યકાર યશવંત પ્રાણશંકર શુક્લ (જ. 8 એપ્રિલ 1915, ઉમરેઠ, જિ. ખેડા; અ. 23 ઑક્ટોબર 1999, અમદાવાદ) : વિવેચક, પત્રકાર અને અનુવાદકનો આજે જન્મદિવસ છે.એમનું પ્રાથમિક શિક્ષણ ઉમરેઠમાં થયું. વધુ અભ્યાસ માટે તેમણે ઉમરેઠ છોડ્યું અને અમદાવાદમાં હૉસ્ટેલમાં રહીને ન્યૂ હાઈસ્કૂલમાં અભ્યાસ શરૂ કર્યો. ઈ. સ. 1932માં ન્યૂ હાઈસ્કૂલમાંથી તેમણે મૅટ્રિકની … Read more

उद्धव गोपी संवाद :-भ्रमर गीत : १७ एवं १८ : Niru Ashra

उद्धव गोपी संवाद :-भ्रमर गीत : १७ एवं १८ : Niru Ashra

उद्धव गोपी संवाद:- ( भ्रमर गीत)१७ एवं १८ करम बुरे जो होईं,जोग क्यौं फिरि कोउ धारैं।पदमांसन सों द्वारि रोकि,इंद्रिन्ह को मारैं।।ब्रह्म अगिन सों सुद्ध ह्वै,सिद्धि समाधि लगाइ।लीन होइ सायुज्य में,जोति ही जोति समाइ।।भावार्थ:-उद्धव जी गोपियों से कह रहे हैं कि करम बुरे हों तो जोग कोई क्यौं धारे। पद्मासन सब द्वार मूंद के इन्द्रियों को … Read more

!! परम वियोगिनी – श्रीविष्णुप्रिया !!-अष्टदशोध्याय : Niru Ashra

!! परम वियोगिनी – श्रीविष्णुप्रिया !!-अष्टदशोध्याय : Niru Ashra

!! परम वियोगिनी – श्रीविष्णुप्रिया !! ( अष्टदशोध्याय:) गतांक से आगे – किन माता पिताओं की इच्छा होगी वो अपने कलेजे के टुकड़े को अपने से दूर करें पर जगत की रीत बड़ी निर्दय है । जिसे नयनों का तारा बनाकर रखा था उसी को विदा करना ….ये कितना कष्टप्रद होता है …पर नारी के … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 35 !!-शरद की वह प्रथम पूर्णिमा भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 35 !!-शरद की वह प्रथम पूर्णिमा भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 35 !! शरद की वह प्रथम पूर्णिमाभाग 1 शरद ऋतु था उस समय जब कामदेव गोलोक से वृन्दावन आया …. वह प्रसन्न हुआ ….. ……..चलो ! मेरे युद्ध के लिये “शरद” मेरा सहायक ही होगा । नाना जाति के फूलों से वृन्दावन महक रहा था ……कामदेव नें चारों ओर दृष्टि घुमाकर देखी …..मल्लिका … Read more