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February 5, 2025 2:49 pm

સનાતન ધર્મના બની બેઠેલા ઠેકેદારો…..સાચા અર્થમાં સનાતની થાય તોય ઘણું. : Priti Dhorda

સનાતન ધર્મના બની બેઠેલા ઠેકેદારો…..સાચા અર્થમાં સનાતની થાય તોય ઘણું. : Priti Dhorda

સનાતન ધર્મના બની બેઠેલા ઠેકેદારો…..સાચા અર્થમાં સનાતની થાય તોય ઘણું સનાતન ધર્મ એટલે શુદ્ધ આચાર, વિચાર, આહાર, વિહાર, ભક્તિ, ઉપાસના. તેમને પૂછવાનું મન થાય કે સનાતન ધર્મ શું છે ? મેં જોયું છે કે,સ્વામિનારાયણ સંપ્રદાય લોકોને સાચા સનાતન ધર્મના માર્ગે વાળે છે : 1) બાળકોને માતાપિતાને પગે લગાડો, ધર્મગ્રંથો વંચાવો, મંદિરે લઇ જાઓ. 2) બાળકો-યુવાનોને … Read more

🪷 अद्भुत कृष्ण भक्त सुधन्वा,भाग-15🪷 : Niru Ashra

🪷 अद्भुत कृष्ण भक्त सुधन्वा,भाग-15🪷 : Niru Ashra

🪷 अद्भुत कृष्ण भक्त सुधन्वा,भाग-15🪷 🌞राजा हँसध्वज घोड़े पर सवार होकर अपने राजगुरुओं को मनाने के लिये चल दिये।🌻वास्तव में हँसध्वज भी मान रहे थे कि उनका पुत्र सुधन्वा अधर्म का काम करके नहीं आया है।अधर्म तब होता,जब परस्त्रीगमन करता। परंतु राजगुरु बड़े कठोर अनुशासन में रहने वाले व्यक्ति को ही पसंद करते हैं और … Read more

श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 18-( मथुराधीश का अन्तःपुर ) : Niru Ashra

श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 18-( मथुराधीश का अन्तःपुर ) : Niru Ashra

श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 18 ( मथुराधीश का अन्तःपुर ) गतांक से आगे – हे मथुरा की नागरियों ! इस जोगन पर कृपा करो ….इसको तुम्हारे राजा का अन्तःपुर कहाँ है वो बता दो …..जोगन भेष में ललिता सखी यही बोल रही थी । किन्तु ….हमारे राजा के पास जाओगी कैसे ?नागरियाँ ललिता को देखकर … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 85 !!-सुनो ! प्रियतम की पाती भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 85 !!-सुनो ! प्रियतम की पाती भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 85 !! सुनो ! प्रियतम की पातीभाग 2 हे गोपियों ! ज्ञान , कर्म, योग सबका फल मैं ही हूँ ……….मुझे ही पानें के लिये तपश्वी तप करता है …………..ज्ञानी स्व स्वरूप का चिन्तन करता है ……….योगी प्राणायाम इत्यादि के द्वारा मन को मुझ में ही लगाता है………इसलिये हे मेरी प्यारी ! तुमनें … Read more

श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 17-( “मैं प्रेम भिखारन” – ललिता बोलीं ): Niru Ashra

श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 17-( “मैं प्रेम भिखारन” – ललिता बोलीं ): Niru Ashra

– श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 17 ( “मैं प्रेम भिखारन” – ललिता बोलीं ) गतांक से आगे – रंगदेवि ! सखी रंगदेवि ! मुझे लाड़ली की चिंता सता रही है ….क्या तुम वृन्दावन जाओगी ? ललिता ! मुझे भी उनकी बहुत चिंता हो रही है ….किन्तु तुम मथुरा में अकेली हो जाओगी ना ! नहीं … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 85 !!-सुनो ! प्रियतम की पाती भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 85 !!-सुनो ! प्रियतम की पाती भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 85 !! सुनो ! प्रियतम की पातीभाग 1 हे राधे ! हे कृष्ण बल्लभा ! हे हरिप्रिये ! हे स्वामिनी ! ये आपके प्रियतम नें पाती भेजी है …………आप सबके लिये इसमें उनका सन्देश है ………..आप इसे पढ़िये – ये कहकर वो पाती उद्धव श्रीराधारानी को देनें लगे …..पर श्रीराधारानी नें हाथ आगे … Read more

ધાર્મિક શિવ કથા : ભાગ 235 શ્રાવણ વદ છઠ : ગંગાવતરણ કથા

ધાર્મિક શિવ કથા : ભાગ 235 શ્રાવણ વદ છઠ : ગંગાવતરણ કથા

: ધાર્મિક શિવ કથા : ભાગ 235શ્રાવણ વદ છઠ : ગંગાવતરણ કથા🕉️ 🙏🏻🙏🏻🙏🏻 🕉️ગંગાની સ્વર્ગમાંથી ધરતીલોક ઉપર અવતાર સંબંધી પૌરાણિક કથાનુસાર અયોધ્યાના રાજા સગરે ૯૯ અશ્વમેધ યજ્ઞો કરીને, છેલ્લો ૧૦૦મો યજ્ઞ આરંભ્યો. સ્વર્ગના રાજા ઇન્દ્રને ભય લાગ્યો કે સો યજ્ઞ પૂર્ણ થવાથી સગરને સ્વર્ગનું રાજય મળશે અને મારું પદ ઝૂંટવાઈ જશે. તેણે યજ્ઞનો ઘોડો ચોરીને … Read more

ધાર્મિક શિવ કથા : ભાગ 233 & 234 : Manoj Acharya

ધાર્મિક શિવ કથા : ભાગ 233 & 234 : Manoj Acharya

ધાર્મિક શિવ કથા : ભાગ 233 શ્રાવણ વદ પાંચમ : રૂદ્રાભિષેકનું મહત્વ🕉️ 🕉️ 🕉️ 🕉️ 🕉️આમ તો કોઈપણ સમયે રુદ્રાભિષેક કરવામાં આવે તો તે ખૂબ જ શુભ માનવામાં આવે છે. પરંતુ શ્રાવણમાં તેનું મહત્વ અનેકગણું છે. પિતા દક્ષ પ્રજાપતિનું ઘર છોડ્યા બાદ માતા સતીએ શ્રાવણ મહિનામાં તપશ્ચર્યા કરીને શિવજીને પતિ સ્વરૂપે મેળવ્યા હતા, ત્યારથી જ … Read more

🪷 अद्भुत कृष्ण भक्त सुधन्वा,भाग-14🪷 : Niru Ashra

🪷 अद्भुत कृष्ण भक्त सुधन्वा,भाग-14🪷 : Niru Ashra

🪷 अद्भुत कृष्ण भक्त सुधन्वा,भाग-14🪷 राजमाता धर्मावती का क्रोध बढ़ता ही जा रहा था और प्रभावती तो एक ऐसे विश्वसनीय वचनों से बात कर रही थी, मानो उसे भविष्य का पूरा ज्ञान हो।जब राजमाता धर्मावती की भयानक से भयानक सजा देने वाली बात सुनकर भी सुधन्वा की पत्नी नहीं डरी तो राजमाता का कोप ओर … Read more

श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 16-( मथुरा में श्रीराधा की सखियाँ ) : Niru Ashra

श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 16-( मथुरा में श्रीराधा की सखियाँ ) : Niru Ashra

श्रीराधिका का प्रेमोन्माद – 16 ( मथुरा में श्रीराधा की सखियाँ ) गतांक से आगे – मथुरा चलीं ललिता सखी और रंगदेवी ….दोनों होकर के । किन्तु पहले कात्यायनी देवि के पास गयीं, इनको मनाना आवश्यक जान पड़ा ललिता सखी को ,इसलिये रंगदेवी को साथ में लेकर मथुरा से पूर्व कात्यायनी भगवती के पास में … Read more