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July 20, 2025 8:57 pm

अध्याय 3 : कर्मयोग-श्लोक 3 . 29 : Niru Ashra

अध्याय 3 : कर्मयोग-श्लोक 3 . 29 : Niru Ashra

अध्याय 3 : कर्मयोग श्लोक 3 . 29 प्रकृतेर्गुणसम्मूढा: सज्जन्ते गुणकर्मसु |तानकृत्स्नविदो मन्दान्कृत्स्नविन्न विचालयेत् || २९ || प्रकृतेः – प्रकृति के; गुण – गुणों से; सम्मूढाः – भौतिक पहचान से बेवकूफ बने हुए; सज्जन्ते – लग जाते हैं; गुण-कर्मसु – भौतिक कर्मों में; तान् – उन; अकृत्स्नविदः – अल्पज्ञानी पुरुष; मन्दान् – आत्म-साक्षात्कार समझने में … Read more

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 50 – “जहाँ मृत्यु ही जीवन है” ) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 50 – “जहाँ मृत्यु ही जीवन है” ) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( प्रेम नगर 50 – “जहाँ मृत्यु ही जीवन है” ) गतांक से आगे – यत्र मरणमेव जीवनम् ।। अर्थ – जहाँ ( प्रेमनगर में ) मृत्यु ही जीवन है । हे रसिकों ! अगर आप प्रेमोपासक हैं, आप रस मार्ग के पथिक हैं …तो ये “प्रेमपत्तनम्” … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 106 !!-जब वृन्दावन में दाऊ पधारे भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 106 !!-जब वृन्दावन में दाऊ पधारे भाग 2 : Niru Ashra

🌻🙏🌻🙏🌻 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 106 !! जब वृन्दावन में दाऊ पधारेभाग 2 मैं चन्द्रावली अब रुक नही सकती थी राधा के पास…….मेरे नेत्र बहनें के लिए आतुर थे ….और राधा के आगे मैं रोना नही चाहती थी । मैं चल दी ………..राधा से मिलकर मेरी दशा ही अलग हो चली थी । मेरे कदम कहाँ पड़ … Read more

ધાર્મિક કથા : ભાગ 256 રમા એકાદશી : મનોજ આચાર્ય

ધાર્મિક કથા : ભાગ 256 રમા એકાદશી : મનોજ આચાર્ય

ધાર્મિક કથા : ભાગ 256રમા એકાદશી🌷🕉️🕉️🕉️🌷આજે એકાદશીનો પર્વ છે. હિન્દુ ધર્મમાં એકાદશીનુ વિશેષ મહત્વ રહેલુ છે. કારતક મહીનામાં કૃષ્ણ પક્ષની એકાદશીને રમા એકાદશી કહેવામાં આવે છે. આ એકાદશી દિવાળીનાં ચાર દિવસ અગાઉ આવે છે. આ એકાદશીનું મહત્વ અન્ય એકાદશી કરતા વિશેષ હોય છે કારણ કે ચર્તુમાસની અંતિમ એકાદશી હોય છે. રમા એકાદશીને ભગવાન વિષ્ણુની પ્રિય … Read more

अध्याय 3 : कर्मयोग – श्लोक 3 . 28 : Niru Ashra

अध्याय 3 : कर्मयोग – श्लोक 3 . 28 : Niru Ashra

अध्याय 3 : कर्मयोग श्लोक 3 . 28 तत्त्ववित्तु महाबाहो गुणकर्मविभागयो: |गुणा गुणेषु वर्तन्त इति मत्वा न सज्जते || २८ || तत्त्ववित् – परम सत्य को जानने वाला; तु – लेकिन; महाबाहो – हे विशाल भुजाओं वाले; गुण-कर्म – भौतिक प्रभाव के अन्तर्गत कर्म के; विभाग्योः – भेद के; गुणाः – इन्द्रियाँ; गुणेषु – इन्द्रियतृप्ति … Read more

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (037 & 038) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (037 & 038) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (037) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) रास-रात्रि में पूर्ण चंद्र का दर्शन नयना रे चित चोर बताओ-तुमही रहत भवन रखवारे, बाँके बीर कहाओ।घर के भेदी बैठ द्वारपर दिन ही घर लुटवाओ ।।नारायण मोहि वस्तु न चहिए लेने हार दिखाओ ।नयनारे चित्तचोर बताओ ।। चोर के नाम से प्रसिद्ध हैः- अपहरति मनो … Read more

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 49 – “और जहाँ संयोग ही वियोग है”): Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 49 – “और जहाँ संयोग ही वियोग है”): Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( प्रेम नगर 49 – “और जहाँ संयोग ही वियोग है”) गतांक से आगे – यत्र संयोग एव वियोग : ।। अर्थ – जहाँ ( प्रेम नगर में ) संयोग ही वियोग है ।। और जब प्रेम मिलन की अपनी उच्चस्थिति में होता है….तब प्रेमी को ऐसा … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 106 !!-जब वृन्दावन में दाऊ पधारे भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 106 !!-जब वृन्दावन में दाऊ पधारे भाग 1 : Niru Ashra

🌻🙏🌻🙏🌻 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 106 !! जब वृन्दावन में दाऊ पधारेभाग 1 उफ़ ! दस वर्षों से भी ज्यादा समय बीत गया है श्याम सुन्दर के मथुरा गए ….. दस वर्ष से ज्यादा होनें को आये हैं ……पर प्रतीक्षा सबकी अभी भी बनी हुयी है कि ………”श्याम आयेंगें” । मैं चन्द्रावली ……….हाँ कह सकते हैं …..राधा … Read more

WTM લંડનમાં દુનિયા ભરનાં સૈલાનિયોને દમણનાં પર્યટન ખજાનો વિશે બતાવી ભારતીયતા બુલંદ કરતા કેશવ બટાકએનઆરઆઈ ગ્રુપ લંડન-યૂકેનાં ફાઉન્ડર કન્વીનર

WTM લંડનમાં દુનિયા ભરનાં સૈલાનિયોને દમણનાં પર્યટન ખજાનો વિશે બતાવી ભારતીયતા બુલંદ કરતા કેશવ બટાકએનઆરઆઈ ગ્રુપ લંડન-યૂકેનાં ફાઉન્ડર કન્વીનર

WTM લંડનમાં દુનિયા ભરનાં સૈલાનિયોને દમણનાં પર્યટન ખજાનો વિશે બતાવી ભારતીયતા બુલંદ કરતા કેશવ બટાકએનઆરઆઈ ગ્રુપ લંડન-યૂકેનાં ફાઉન્ડર કન્વીનર દમણવતની કેશવ બટાકે દુનિયાનાં સૌથી મોટા અને પ્રખ્યાત ટ્રાવેલ એક્ઝિબિશન ગણાંતા ‘ વર્લ્ડ ટ્રાવેલ માર્કેટ (ડબલ્યૂટીએમ) લંડન ‘માં દમણ-દીવ સાથે ભારતીય પર્યટનને નૈતિક રૂપે પ્રચારિત કરી રહ્યા છે. 6નવેમ્બરે સઊદી અરબનાં ટુરિઝમ મંત્રી એચ. ઈ. અહમદ … Read more

अध्याय 3 : कर्मयोग-श्लोक 3 . 27 : Niru Ashra

अध्याय 3 : कर्मयोग-श्लोक 3 . 27 : Niru Ashra

अध्याय 3 : कर्मयोग श्लोक 3 . 27 प्रकृते: क्रियमाणानि गुणै: कर्माणि सर्वशः |अहङ्कारविमूढात्मा कर्ताहमिति मन्यते || २७ || प्रकृतेः – प्रकृति का; क्रियमाणानि – किये जाकर; गुणैः – गुणों के द्वारा; कर्माणि – कर्म; सर्वशः – सभी प्रकार के;अहङ्कार-विमूढ – अहंकार से मोहित; आत्मा –आत्मा; कर्ता – करने वाला; अहम् – मैं हूँ; इति … Read more