एक बार आध्यात्मिक भावनाएँ अंकुरित हो जाएँ, तो उन्हें मिटाया नहीं जा सकता। : अंजली जगन्नाथ बहन
एक बार आध्यात्मिक भावनाएँ अंकुरित हो जाएँ, तो उन्हें मिटाया नहीं जा सकता। वर्तमान और पूर्व जन्मों के भक्ति संस्कारों (प्रवृत्तियों और संस्कारों) से युक्त आत्मा स्वाभाविक रूप से आध्यात्मिकता की ओर प्रेरित होती है। ऐसा व्यक्ति ईश्वर की ओर आकर्षित होता है, और इस आकर्षण को “ईश्वर का आह्वान” भी कहा जाता है। पूर्व … Read more