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November 22, 2024 9:23 pm

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 57 !!-बैठी रहूँ यमुना में आस लगाए…..भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 57 !!-बैठी रहूँ यमुना में आस लगाए…..भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 57 !! बैठी रहूँ यमुना में आस लगाए…..भाग 1 कौन हो तुम ? बताओ कौन हो तुम ? यमुना में बैठीं हैं बृषभान दुलारी……धीरे धीरे नयन मूंद जाते हैं उनके । कौन ? कौन हो तुम ? आँखें बन्द ही हैं ………हाथों से छूती हैं अपनें मुख को ……………. ओह ! तो तुम … Read more

માનનીય વડાપ્રધાનશ્રી , સપ્રેમ નમસ્કાર. ભારત નવ-નિર્માણનો આપશ્રીનો ભગીરથ પ્રયત્નોને અમે સૌ અવકારીએ છીએ : Keshav Batak

માનનીય વડાપ્રધાનશ્રી , સપ્રેમ નમસ્કાર. ભારત નવ-નિર્માણનો આપશ્રીનો ભગીરથ પ્રયત્નોને અમે સૌ અવકારીએ છીએ : Keshav Batak

પ્રતિ દિનાંક ૨૩-૦૨-૨૦૨૩શ્રી નરેન્દ્રભાઈ મોદીજી,વડાપ્રધાન, ભારત સરકાર,સાઉથ બ્લોક, નવી દિલ્હી-૧૧ માનનીય વડાપ્રધાનશ્રી , સપ્રેમ નમસ્કાર.ભારત નવ-નિર્માણનો આપશ્રીનો ભગીરથ પ્રયત્નોને અમે સૌ અવકારીએ છીએ. આપશ્રીનાં પ્રતાપે ભારત વિશ્વ ક્ષિતિજ પર ચમકી રહ્યું છે.નવ-નિર્માણની પ્રક્રિયામાં આપશ્રીની સરકારે ઘણાં જૂના અનુપયોગી કાનૂનોસમાપ્ત કર્યો છે. હવે ભારતને અનુપયોગી આર્થિક ભારણોને હટાવવાની જરૂર છે.પૂર્વ સાંસદો, પૂર્વ ધારાસભ્યો, પૂર્વ વિધાન પરિષદ … Read more

सुनो सेठ तुमको मिल्यो बरसाने का वासयदि मानो नाते राधे सुता काहे रहत उदास : Kusuma Giridhar

सुनो सेठ तुमको मिल्यो बरसाने का वासयदि मानो नाते राधे सुता काहे रहत उदास : Kusuma Giridhar

जय श्री कृष्ण जी।🙏🌹🙏🌹🙏🇮🇳बरसाने मे एक सेठ रहते थे उनके तीन चार दुकाने थी अच्छी तरह चलती थीं।तीन बेटे तीन बहुएं थी सब आज्ञाकारी पर सेठ के मन मे एकइच्छा थी ।उनके बेटी नही थी। संतो के दर्शन से चिन्ता कम हुई संत बोले मन में आभाव हो उस पर भगवान का भाव स्थापित कर … Read more

🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-४३🦚-🌹 भ्रमर -गीत🌹 : Niru Ashra

🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-४३🦚-🌹 भ्रमर -गीत🌹 : Niru Ashra

🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-४३🦚 🌹 भ्रमर -गीत🌹 🌹 वल्लभ प्यारो है गपियों के! 🌹 प्रभु गोपियों को वचन करते कहते हैं,*श्रीकृष्ण गोपीजनों को संदेश पत्र माध्यम से वचन करते कहते हैं गोपीजनों :👉१. मैं तुम सब का आजीवन ऋणी हूँ, इस जीवन में तो ऋण नहीं चुका सकूँगा।👉२. आपने जो समर्पण किया वह … Read more

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी !!-( सखीभाव देह – “आजु देखि बृजसुन्दरी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी !!-( सखीभाव देह – “आजु देखि बृजसुन्दरी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी !! ( सखीभाव देह – “आजु देखि बृजसुन्दरी” ) गतांक से आगे – भाव करो , भाव में रहो , अपने हृदय को भाव भावित बनाओ । हे साधकों ! भाव भी “शान्त” से प्रारम्भ होता है और “मधुर” तक पहुँचता है …मधुर भाव “गोपीभाव” को माना जाता … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 56 !!-हाय री प्रिय स्मृति ! भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 56 !!-हाय री प्रिय स्मृति ! भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 56 !! हाय री प्रिय स्मृति !भाग 3 बृषभान दुलारी को प्रेमोन्माद कब प्रकट हो जाए कुछ पता नही है । अकेले नही छोड़ा जा सकता …………क्यों की कल ही उफनती यमुना की प्रचण्ड धारा में “हे श्याम सुन्दर” कहते हुए कूद गयीं थीं । वो तो अच्छा हुआ कि ……..सखियाँ थीं और … Read more

ગાયત્રી યજ્ઞ જેઠ સુદ પૂનમ વડ સાવિત્રીનાં શુભ દિવસે : Manoj Acharya

ગાયત્રી યજ્ઞ જેઠ સુદ પૂનમ વડ સાવિત્રીનાં શુભ દિવસે  : Manoj Acharya

સ્વ. પ્રજ્ઞાબેનના શ્રેયાર્થે તેમનાં પતિ, મારા ધર્મપત્ની નયનાના ફૈબાના દિકરા અને પુ. ગુરુદેવ શ્રી સ્વરૂપાનંદજી – “માડી” નાં શિષ્ય શ્રી કમલેશભાઈ આચાર્ય (દીક્ષિત નામ કૈલાશાનંદ) દ્વારા ગાયત્રી યજ્ઞ જેઠ સુદ પૂનમ વડ સાવિત્રીનાં શુભ દિવસે તા. 4 જૂન 2023 નાં રવિવારે સાંજે 4.30 થી 7.30 દરમિયાન શ્રી સિધ્ધ ગાયત્રી શક્તિપીઠ, રાજકોટ ખાતે યોજાઇ ગયો ત્યારે … Read more

🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-४२🦚-🌹 भ्रमर -गीत🌹: Niru Ashra

🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-४२🦚-🌹 भ्रमर -गीत🌹: Niru Ashra

🦚 विरही- गोपी- उध्धव छे- संवाद-४२🦚 🌹 भ्रमर -गीत🌹 🪷 गोपीजनों को प्रियतम का संदेश पत्र वर्णन🪷 उद्धव भगवतीनां वियोगो में न हि सर्वात्मना ववचित। 🪷 आत्मत्वात, भक्तवश्यत्वात, सत्यवाकत्वात स्वभावतः || 🪷 श्रीकृष्ण ने अपने गोपीजनों का जो संदेश पत्र (प्रियतम का संदेश) उद्धवजी के संग भेजा (ब्रज) उसमें क्या लिखा उसका वर्णन उपरोक्त श्लोक … Read more

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( ये रसीली सखियाँ – “आजु मेरे कहे चलौ मृगनैंनी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( ये रसीली सखियाँ – “आजु मेरे कहे चलौ मृगनैंनी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( ये रसीली सखियाँ – “आजु मेरे कहे चलौ मृगनैंनी” ) गतांक से आगे – हित ( प्रेम ) जब अपने चरम पर पहुँचता है तब प्रेमी प्रियतम मूर्छित हो जाते हैं उस समय उनको अवहित ( सावधान ) करने का काम करती हैं ये सखियाँ । … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 56 !! -हाय री प्रिय स्मृति ! भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 56 !!  -हाय री प्रिय स्मृति ! भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 56 !! हाय री प्रिय स्मृति !भाग 2 ललिते ! तू बहुत अच्छी है ……………पर मेरा शरीर इस प्रकार निष्प्राण सा क्यों हो रहा है ? ललिता ! बता ना ……..ये पृथ्वी क्यों घूम रही है ? पर पृथ्वी के घूमनें का क्या अभिप्राय हो सकता है ? अरे ! ललिते ! ये … Read more