Explore

Search

November 21, 2024 1:02 pm

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( महारास – “रास में रसिक मोहन बने भामिनी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( महारास – “रास में रसिक मोहन बने भामिनी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( महारास – “रास में रसिक मोहन बने भामिनी” ) गतांक से आगे – उस परब्रह्म का विलास रस है ….वही विलास रस घनीभूत हो जाता है ….तो रास होता है …वही रास जब अपने चरम पर पहुँचता है तो महारास कहलाता है । रस अनेक प्रकार … Read more

!! उद्धव प्रसंग !!-{ प्रेम और विरह – नन्दगाँव में “उद्धव क्यारी” }भाग-10 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ प्रेम और विरह – नन्दगाँव में “उद्धव क्यारी” }भाग-10 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !! { प्रेम और विरह – नन्दगाँव में “उद्धव क्यारी” }भाग-10 ऊधो बिरहा प्रेम करे…( सूरदास जी ) हरि जी ! पीछे से मुझे आवाज दी… गौरांगी ने । मैं कुञ्ज में घूम रहा था… वहाँ के वृक्षों को छू रहा था… कदम्ब को आज गले लगाकर बहुत रोना आया… और बहुत … Read more

!!” श्रीराधाचरितामृतम्” – 73 !!-जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 3 ,: Niru Ashra

!!” श्रीराधाचरितामृतम्” – 73 !!-जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 3 ,: Niru Ashra

“श्रीराधाचरितामृतम्” – 73 !! जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 3 यमुना में स्नान किया उद्धव नें …….बाहर आये …….सन्ध्या और गायत्री का जाप करनें लगे थे……..पर तभी उद्धव नें देखा – गोप ग्वालों का समुदाय दिखाई दिया … …..उन सबनें पहले तो शान्त भाव से स्नान किया ……फिर उद्धव के पास आये ………..बड़े … Read more

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( ब्याहुला – “रुचिर राजत वधू कानन किशोरी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( ब्याहुला – “रुचिर राजत वधू कानन किशोरी” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( ब्याहुला – “रुचिर राजत वधू कानन किशोरी” ) गतांक से आगे – इस “रस मार्ग” में उत्सव ही जीवन है । नित उत्सव , नित मंगल , नित शृंगार , नित नवीन भाव । ये उपासना उत्सव की है , उत्सव से ही उपास्य को रिझाना … Read more

!! उद्धव प्रसंग !!-{ मैं उन कृष्ण के माता-पिता को क्या कहता..?-उद्धव } भाग-9 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !!-{ मैं उन कृष्ण के माता-पिता को क्या कहता..?-उद्धव } भाग-9 : Niru Ashra

!! उद्धव प्रसंग !! { मैं उन कृष्ण के माता-पिता को क्या कहता..?-उद्धव }भाग-9 तर्हि द्रक्ष्याम तद्वक्त्रं सुनसं सुस्मितेक्षणम् ।( श्रीमद्भागवत ) मैं क्या कहूँ उन कृष्ण के पूज्य पिता से ! ओह! वो नन्दराय तो “कृष्ण कृष्ण” कहते कहते कृष्णमय ही हो रहे थे । और जब उन्होंने ये कहा… उद्धव ! आश्चर्य तो … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 73 !!-जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 73 !!-जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 2 : Niru Ashra

“श्रीराधाचरितामृतम्” 73 !! जब उद्धव का विद्या-गर्व गलित होनें लगा…..भाग 2 बृजपति मुझे अपने साथ यमुना स्नान को ले जाना चाह रहे थे ……..पर मुझे आज एकाकी जाना था……..क्यों की गोपों से , गोपियों से विशेष मिलनें के लिये कहा था श्रीकृष्ण नें मुझ से ….और हाँ…….”मेरी प्रिया से भी मिलना”…….अपनी प्रिया श्री राधा का … Read more