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August 5, 2025 9:11 am

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( रस का आसव – “रहसि रहसि मोहन पिय कैं सँग” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !!-( रस का आसव – “रहसि रहसि मोहन पिय कैं सँग” ) : Niru Ashra

!! राधा बाग में – “श्रीहित चौरासी” !! ( रस का आसव – “रहसि रहसि मोहन पिय कैं सँग” ) गतांक से आगे – ये रसासव है । रस का आसव । इसको जो पी लेता है …वह मत्त , उन्मत्त होकर बस …अपने ‘पी’ का नाम लेकर निर्द्वंद्व घूमता रहता है । उस को … Read more

!! उद्धव x !!-{ ज्ञान और प्रेम का अद्भुत शास्त्रार्थ } भाग-21 : Niru Ashra

!! उद्धव x !!-{ ज्ञान और प्रेम का अद्भुत शास्त्रार्थ } भाग-21 : Niru Ashra

!! उद्धव x !! { ज्ञान और प्रेम का अद्भुत शास्त्रार्थ }भाग-21 ऊधो ! मन ना भये दस बीस…(श्रीसूरदास) उद्धव ने सारे शास्त्रों को ख़गाला है… पर गोपियाँ बिल्कुल अनपढ़ हैं । उद्धव परम बुद्धिमान हैं… पर ये गोपियाँ ? ये तो अपना मन बुद्धि सब कृष्ण को दे बैठीं हैं । शब्द का ज्ञान … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 77 !! – श्रीराधारानी का गाया गीत -“भ्रमर गीत”भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 77 !! – श्रीराधारानी का गाया गीत -“भ्रमर गीत”भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 77 !! श्रीराधारानी का गाया गीत -“भ्रमर गीत”भाग 2 हाँ ……वो राधा अपनें पांवों से चलकर कभी भी हमारे मथुरा में आसकती है…….और वो अगर मथुरा में आगयी ना ……फिर तो हमारे श्याम सुन्दर उसी के हो जायेंगें ……..इसलिये इस भँवरे को यहाँ भेजा है उन नागरियों नें……कहा होगा ……पाँव के रस को … Read more