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July 20, 2025 3:44 pm

🌳🦚आज की कहानी🦚🌳-💐💐ठाकुर जी किसी का उधार नहीं रखते💐💐 – : Niru Ashra

🌳🦚आज की कहानी🦚🌳-💐💐ठाकुर जी किसी का उधार नहीं रखते💐💐 – : Niru Ashra

🌳🦚आज की कहानी🦚🌳 💐💐ठाकुर जी किसी का उधार नहीं रखते💐💐 एक बार की बात है, वृन्दावन में एक संत रहा करते थे. उनका नाम था कल्याण। बाँके बिहारी जी के परमभक्त थे..।एक बार उनके पास एक सेठ आया. अब था तो सेठ, लेकिन कुछ समय से उसका व्यापार ठीक नही चल रहा था. उसको व्यापार … Read more

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 4 – “अब मति ने नगर छोड़ा”) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 4 – “अब मति ने नगर छोड़ा”) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( प्रेम नगर 4 – “अब मति ने नगर छोड़ा”) अद्भुत प्रेम काव्य है ये तो ….क्या सुन्दरता से प्रेम के मनोविज्ञान को समझाया है …और मात्र प्रेम के मनोविज्ञान को ही नही समझाया ….उसमें रस को विशेष स्थान दिया । रसानन्द को मुख्य रखा है …रस … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 91 !!-उद्धव गीत भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 91 !!-उद्धव गीत भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 91 !! उद्धव गीतभाग 1 कितनी विचित्र घटना घट गयी थी ना वज्रनाभ ! जो देवगुरु का शिष्य , महान बुद्धिमान, ज्ञानी….ऐसा उद्धव …….आज प्रेम के अथाह जल में डूब गया था……..पूरे छ महिनें तक बृज की लता पताओं से लिपट लिपट कर रोते रहे …….श्रीराधारानी के चरण धूल को अपनें माथे में … Read more

ધાર્મિક કથા : ભાગ 247 & 248 : Manoj Acharya

ધાર્મિક કથા : ભાગ 247 & 248 : Manoj Acharya

ધાર્મિક કથા : ભાગ 247ભાદરવા સુદ ચોથ : ભગવાન ગણેશજીની જન્મકથા🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻શ્રીગણેશજીનો જન્મ ભાદરવા સુદ ચોથના પવિત્ર દિવસે થયો હતો. સ્કંદપુરાણ, બ્રહ્મવૈવર્તપુરાણ, લીંગપુરાણ, શિવપુરાણ, મુદગલ પુરાણ, ગણેશપુરાણ જેવા જુદા અનેક પુરાણમાં ગણેશજીની કથાપ્રસંગ જોવા મળે છે. શિવજી તો સ્વયં અલગારી દેવ છે. તેઓ પોતાનો મોટાભાગનો સમય સમાધિમાં જ ગાળે છે. એક દિવસ પાર્વતીજીને એમ થયું કે … Read more

🪷अद्भुत कृष्ण भक्त सुधन्वा,भाग-29🪷 : Niru Ashra

🪷अद्भुत कृष्ण भक्त सुधन्वा,भाग-29🪷 : Niru Ashra

🪷 अद्भुत कृष्ण भक्त सुधन्वा,भाग-29🪷सुधन्वा का शीश अपने सीने से लगाकर भगवान पहले तो जी भर रोये और इतना रोये कि उसका मुख अपने शुभ पवित्र गंगाजल से भी निर्मल अश्रुओं से धो दिया,बार बार छाती से लगाते और बार बार मेरा सुधन्वा,प्यारा सुधन्वा,दुलारा सुधन्वा,भक्त सुधन्वा,वीर सुधन्वा,धीर सुधन्वा कहकर उसे निहारते रहे और यकायक उसके … Read more

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 3 – “मति और रति में कलह”) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( प्रेम नगर 3 – “मति और रति में कलह”) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( प्रेम नगर 3 – “मति और रति में कलह”) हे रसिकों ! आइये …इस अद्भुत प्रेम काव्य के मूल का रस लें । कल आपको परिचय दिया गया था …प्रेम नगर का …वहाँ के राजा “मधुर मेचक” का , उनकी दो पत्नी हैं मति और रति … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 90 !!-श्रीराधारानी द्वारा उद्धव को “प्रेम” का उपदेश भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 90 !!-श्रीराधारानी द्वारा उद्धव को “प्रेम” का उपदेश भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 90 !! श्रीराधारानी द्वारा उद्धव को “प्रेम” का उपदेशभाग 3 श्रीराधारानी विलक्षण बात कहती हैं यहाँ …………”राधा को वे भूल गए हैं… …..और मथुरा में सुखपूर्वक हैं”………ये बात अगर तुम कहते ना …तो सच कहती हूँ उद्धव ! मैं बहुत प्रसन्न होती ……..मुझे अच्छा लगता ………मुझे बहुत अच्छा लगता ……….पर ये तुमनें क्या … Read more

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( “प्रेम नगर 2” – नगर परिचय ) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-( “प्रेम नगर 2” – नगर परिचय ) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( “प्रेम नगर 2” – नगर परिचय ) कल मंगलाचरण हुआ ….प्रेमावतार गौरांग देव को प्रणाम करके । अब ग्रन्थ आरम्भ होता है । “मति रतियुवतिपतिर्यत्पालयिता मधुमेचको राजा ।गगने विकसित नगरं नैकशिरोमन्दिरं नाम ।।” “प्रेम पत्तनम्” ग्रन्थ के आरम्भ का ये प्रथम श्लोक है । इसका अर्थ … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 90 !!-श्रीराधारानी द्वारा उद्धव को “प्रेम” का उपदेश भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 90 !!-श्रीराधारानी द्वारा उद्धव को “प्रेम” का उपदेश भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 90 !! श्रीराधारानी द्वारा उद्धव को “प्रेम” का उपदेशभाग 2 हाथ जोड़कर प्रार्थना करनें लगे थे उद्धव । हे स्वामिनी ! हे हरिप्रिये ! आप ऐसे उद्विग्न न हों ……… मैं एक बात आप से सच सच कह रहा हूँ …………..मैने कई बार एकान्त में श्रीकृष्ण को आपका नाम लेकर रोते हुए देखा … Read more