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November 22, 2024 11:51 am

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 97 !!-वेदनापूर्ण वृन्दावन वार्ता भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 97 !! वेदनापूर्ण वृन्दावन वार्ताभाग 3 रथ से उद्धव नें मटकी निकाली थी ……….. कृष्ण नें देखा ……..ओह ! मेरी मैया यशोदा नें माखन भेजा है । उद्धव आये …………ये भेजा है आपकी मैया यशोदा नें ……..कहा है ….मैं ही खिलाऊँ ………..इतना कहते हुए मटकी से माखन ले ……कृष्ण के मुखारविन्द में देनें … Read more

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (016) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (016) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (016) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) रास के संकल्प में गोपी-प्रेम की हेतुता प्रेमी का अपना सम्पूर्ण जीवन अपने प्रियतम में समर्पित हो गया, लीन हो गया। अगर परमात्मा का ज्ञान हो और कोई परमात्मा में लीन हो जाय तब न हो तो कोई परिश्रम है, न आश्चर्य है। लेकिन ज्ञान … Read more

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-(प्रेम नगर 23 – “नगर के द्वार पर दो परीक्षक” ) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-(प्रेम नगर 23 – “नगर के द्वार पर दो परीक्षक” ) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( प्रेम नगर 23 – “नगर के द्वार पर दो परीक्षक” ) गतांक से आगे – यत्र दृग्दर्शनवचनाभिज्ञसंज्ञावलक्षितहृदयवृत्तान्तविदौ परिक्षकौ ।। अर्थ – जहाँ ( प्रेमनगर के दरवाजे पर ) दो परीक्षक नियुक्त किए गए हैं , जिनके नाम हैं …”दृग्दर्शन” और “वचनाभिज्ञ” । जो नगर में प्रवेश … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 97 !!-*वेदनापूर्ण वृन्दावन वार्ता *भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 97 !!-*वेदनापूर्ण वृन्दावन वार्ता *भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 97 !! *वेदनापूर्ण वृन्दावन वार्ता *भाग 2 देखिए भगवन् ! आप मथुरा में नही भी रहोगे , तो यहाँ के लोगों को कोई फ़र्क नही पड़ता……और जिन्हें फ़र्क पड़े ……वो आजाये वृन्दावन ……रहे वहाँ ……..नन्द बाबा बहुत उदार हैं ……….मथुरा वासियों को आजीवन भरपेट भोजन, वसन, नित्य देंनें की हिम्मत रखते हैं नन्द … Read more

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (015) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (015) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (015) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) रास के संकल्प में गोपी-प्रेम की हेतुता रात्रीर्वीक्ष्य अब आओ, भगवान की लीला में प्रवेश करें। भगवान का कैवल्य और भगवान की लीला। जिसका कैवल्य, उसी की लीला। लीला न हो तो कैवल्य की सिद्धि बिलकुल नहीं हो सकती। लीला का निषेध करने पर तब … Read more

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-(प्रेम नगर 22 – “नगर का बलशाली सेनापति” ) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-(प्रेम नगर 22 – “नगर का बलशाली सेनापति” ) : Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( प्रेम नगर 22 – “नगर का बलशाली सेनापति” ) गतांक से आगे – यत्र शूरत्वमात्रादृतो निरर्गलो राजसेवानभिज्ञोनत्यंताभीष्टो राज्ञा दुर्जननिर्जयाय ।निर्दिष्टो निरन्तरं परितो नगरमेव परिभ्रमति सेनापतिरभ्यस्त शास्त्रो नाम ।। अर्थ – जहाँ ( प्रेमनगर में ) “अभ्यस्त शास्त्र” नामका सेनापति चारों ओर घूमता रहता है …ये बलशाली … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 97 !!-वेदनापूर्ण वृन्दावन वार्ता भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 97 !!-वेदनापूर्ण वृन्दावन वार्ता भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 97 !! वेदनापूर्ण वृन्दावन वार्ताभाग 1 ओह ! मैं अगर वृन्दावन नही जाता …….तो मुझे पता ही नही चलता की आप कैसे हो ? उद्धव के नेत्रों से अश्रु निरन्तर बह रहे थे । आप कैसे हो , पता नही चलता ? क्या कहना चाहते हो उद्धव ? कृष्ण नें प्रेम से उद्धव … Read more

UT Administration of Dadra & Nagar Haveli and Daman & Diu issued a public Notice covering property survey

UT Administration of Dadra & Nagar Haveli and Daman & Diu issued a public Notice covering property survey

UT Administration of Dadra & Nagar Haveli and Daman & Diuसंघ प्रदेश दादरा एवं हवेली तथा दमन एवं दीव प्रशासनOffice of the Block Development Officer, Damanखंड विकास अधिकारी का कार्यालय, दमनEmail-bdo-daman-dd@nic.indamandiuPublic NoticeG2The District Panchayat, Daman has decided to carry out propertysurvey in the rural areas of Daman District. Accordingly, M/s. C. E. InfoSystem Limited (MapmyIndia), … Read more

ધાર્મિક કથા : ભાગ 253શ્રાદ્ધનો ઇતિહાસ અને મહત્વ🙏🏻 : Manoj Acharya

ધાર્મિક કથા : ભાગ 253શ્રાદ્ધનો ઇતિહાસ અને મહત્વ🙏🏻 : Manoj Acharya

ધાર્મિક કથા : ભાગ 253શ્રાદ્ધનો ઇતિહાસ અને મહત્વ🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻આપણા શાસ્ત્રોમાં શ્રાદ્ધની વ્યાખ્યા કરી છે કે, પિતૃઓ માટે આપણે જે કંઈ કાર્ય શ્રદ્ધાથી કરીએ એ જ શ્રાદ્ધ. શ્રાદ્ધમાં શ્રદ્ધા હોવી જરૂરી છે. મનુષ્ય માત્ર ઉપર મુખ્ય ત્રણ પ્રકારના ઋણ હોય છે. દેવ ઋણ, આચાર્ય (ગુરૂ) ઋણ અને પિતૃ ઋણ. શ્રાદ્ધનો ભાવ એ છે … Read more

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-(प्रेम नगर 21 – “भागवत धर्म’ नगर का संविधान है” ): Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !!-(प्रेम नगर 21 – “भागवत धर्म’ नगर का संविधान है” ): Niru Ashra

!! एक अद्भुत काव्य – “प्रेम पत्तनम्” !! ( प्रेम नगर 21 – “भागवत धर्म’ नगर का संविधान है” ) गतांक से आगे – यत्र पुरपरिपालक: स्थिरीकृतराजशासन: कीरोक्ति विलासो नाम ।। अर्थ – जहाँ उस नगर ( प्रेमनगर ) का परिपालन करने वाला – रक्षक “कीरोक्ति-विलास” नाम का है ….जो राजा के शासन को स्थिर … Read more