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July 5, 2025 10:01 pm

भारत का इतिहास जो भुलाया नहीं जा सकता -साल 1971 : Dr. Milap Rathod

भारत का इतिहास जो भुलाया नहीं जा सकता -साल 1971 : Dr. Milap Rathod

साल था 1971 ‘अगर भारत पाकिस्तान के मामले में उसकी नाक में उंगली करेगा तो अमेरिका अपनी आंख नहीं फेर लेगा, भारत को सबक सिखाया जाएगा”-रिचर्ड निक्सन. ‘भारत अमेरिका को दोस्त मानता है, बॉस नहीं। भारत अपनी किस्मत खुद लिखने में सक्षम है। हम जानते हैं कि परिस्थितियों के अनुसार प्रत्येक के साथ कैसे व्यवहार … Read more

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 24🌹🌹🌹🌹 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 24🌹🌹🌹🌹 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 24🌹🌹🌹🌹 ब्रह्मार्पणं ब्रह्म हविब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम् |ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्मसमाधिना || २४ || ब्रह्म – आध्यात्मिक; अर्पणम् – अर्पण; ब्रह्म – ब्रह्म; हविः – घृत; ब्रह्म – आध्यात्मिक; अग्नौ – हवन रूपी अग्नि में; ब्रह्मणा – आत्मा द्वारा; हुतम् – अर्पित; ब्रह्म – परमधाम; एव – निश्चय … Read more

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (055) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (055) : Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (055) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) जो जैसिह तैसिह उठ धायीं-1 ‘पयोऽधिश्रित्य संयावं अनुद्वास्यापरा ययुः’ कोई-कोई गोपी दूध को आग पर चढ़ायी थी पर दूध का भविष्य भूल गयी। वंशीध्वनि जो कान में पड़ी और आँख में, हृदय में और रोम-रोम में उससे जो मिलन की व्याकुलता की व्याप्ति हुई उससे … Read more

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! रंग सोहिलौ !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! रंग सोहिलौ !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! रंग सोहिलौ !! गतांक से आगे – रंग सोहिलौ रंग रली कौ , रंग महल में रंग अली कौ ।।श्रीरंगदेवी जू श्रीनव वासा , बिस्वाभा उत्तमा जू विलासा ।।रँग रंग भीनी रंग रंगीली , नवल जुगल सेवा गरबीली ।।सरस सरूपा मधुरा … Read more

“श्रीराधाचरितामृतम्” 118 !!-प्रेम साधना की दो पद्धति – “वैधी और रागानुगा” भाग 1 : Niru Ashra

“श्रीराधाचरितामृतम्” 118 !!-प्रेम साधना की दो पद्धति – “वैधी और रागानुगा” भाग 1 : Niru Ashra

🙏🙏🌹🌹🙏🙏 “श्रीराधाचरितामृतम्” 118 !! प्रेम साधना की दो पद्धति – “वैधी और रागानुगा”भाग 1 इस “प्रेमसाधना” का एक मात्र उद्देश्य यही है – कि ….. साधक के हृदय में भाव के अंकुर फूटें…….और प्रेम के विभिन्न स्तरों को पार करता हुआ साधक ……..शुद्ध विशुद्ध अपनें उज्जल स्वरूप “रसरूप” में प्रतिष्ठित हो जाए ……….बस इसी उद्देश्य … Read more

विशिष्ट कलाकार चौला दोशी का जन्म (1976) और पालन-पोषण अहमदाबाद, गुजरात में हुआ।

विशिष्ट कलाकार चौला दोशी का जन्म (1976) और पालन-पोषण अहमदाबाद, गुजरात में हुआ।

महानगर पेंटर अकीबुकी और रंग के साथ बड़ा होना। बचपन में शिक्षा अंतराल में होमवर्क की किताब विभिन्न चित्रों से भरी हुई थी। एक विशिष्ट कलाकार चौला दोशी का जन्म (1976) और पालन-पोषण अहमदाबाद, गुजरात में हुआ।औपचारिक शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने खुद को फैशन डिजाइन में डुबो दिया करना घर में पूजा का … Read more

જીવનચરિત્ર કથા : ભાગ 263પ્રખ્યાત ગુજરાતી સાહિત્યકાર ધૂમકેતુ (જોશી ગૌરીશંકર ગોવર્ધનરામ) નો આજે જન્મદિવસ : Manoj Acharya

જીવનચરિત્ર કથા : ભાગ 263પ્રખ્યાત ગુજરાતી સાહિત્યકાર ધૂમકેતુ (જોશી  ગૌરીશંકર ગોવર્ધનરામ) નો આજે જન્મદિવસ : Manoj Acharya

જીવનચરિત્ર કથા : ભાગ 263પ્રખ્યાત ગુજરાતી સાહિત્યકાર ધૂમકેતુ (જોશી, ગૌરીશંકર ગોવર્ધનરામ) (જ. 12 ડિસેમ્બર 1892, વીરપુર; અ. 11 માર્ચ 1965, અમદાવાદ) નો આજે જન્મદિવસ છે.બાલ્યાવસ્થામાં એમનું નામ ભીમદેવ અને લાડનું નામ મણિભાઈ. નાનપણમાં અભ્યાસમાં અરુચિ અને શાળાએ જવામાં નિરુત્સાહી પણ ભાભીને ભણાવતાં વિદ્યાનો નાદ લાગ્યો. ગણિતમાં કંટાળો, પણ ઇતિહાસનો રસ જાગ્યો અને વાંચવાનો શોખ વધ્યો. … Read more

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! “परम उदार सहेलियाँ” !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! “परम उदार सहेलियाँ” !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! “परम उदार सहेलियाँ” !! गतांक से आगे – नव नव सुख सरसावतौ , तन मन प्राण धना ।लाड़ लड़ीली लाड़िली, बनरी संग बना ।।बना बनी के ब्याह के , रसमय मंगलचार ।श्रीरंगदेवि संग सहचरी , गावत परम उदार ।।परम उदार सहेलियाँ … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 117 !!-या में दो न समाहीं – अद्भुत सखीभाव भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 117 !!-या में दो न समाहीं – अद्भुत सखीभाव भाग 3 : Niru Ashra

🍃🌺🍃🌺🍃🌺🍃 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 117 !! , हे ललिता सखी जू ! मुझे निकुञ्ज की उसी लीला का दर्शन करना है । हँसी ललिता सखी ………..अर्जुन ! ये सम्भव नही है । क्यों सम्भव नही है ? आप चाहें कुछ भी कर सकती हैं …….. अर्जुन नें प्रार्थना की । पर……..निकुञ्ज में पुरुष का प्रवेश नही … Read more

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹श्लोक 4 . 21 & 22: Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹श्लोक 4 . 21 &  22: Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 21🌹🌹🌹🌹🌹निराशीर्यतचित्तात्मा त्यक्तसर्वपरिग्रहः |शारीरं केवलं कर्म कुर्वन्नाप्नोति किल्बिषम् || २१ || निराशीः – फल की आकांक्षा से रहित, निष्काम; यत – संयमित; चित्त-आत्मा – मन तथा बुद्धि; त्यक्त – छोड़ा; सर्व – समस्त; परिग्रहः – स्वामित्व; शारीरम् – प्राण रक्षा; केवलम् – मात्र; कर्म – कर्म; कुर्वन् – … Read more