“दुःख अच्छे हैं “,श्रीसीताराम शरणम् मम (8-1),महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (161) & श्रीमद्भगवद्गीता (8) : नीरु आशरा
Niru Ashra: “दुःख अच्छे हैं “(8) भागवत कहती है ….दुःख भगवत्कृपा है । जीवन में जब दुःख आता है तो वही कृपा है । ये बात अटपटी अवश्य है …किन्तु ये सच है …इसको आप नकार नही सकते । आपने कभी सोचा कृपा की अनुभूति कब होती है ? नाच रहे हैं , गा रहे … Read more