उद्धव गोपी संवाद(भ्रमर गीत)११ एवं १२ : Niru Ashra
उद्धव गोपी संवाद(भ्रमर गीत)११ एवं १२ जाहि कहौ तुम कान्ह!ताहि कोऊ पिता न माता।अखिल -अंड-ब्रम्हंड सकल, उन्हीं सो जाता।।लीला कौ अवतार लै,धरि आए तन स्याम।जोग जुगति ही पाइऐ, परब्रह्म पुर धाम।।सुनों ब्रजनागरी।।भावार्थ:-उद्धव जी गोपियों को समझाते हुए कह रहे हैं कि जिनें तुम कान्ह कहते हो न,उनके कोई माता पिता नहीं हैं,वे तो अखिल ब्रह्माण्ड … Read more