!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 82 !!-हम प्रीत किये पछतानी….भाग 2 : Niru Ashra
!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 82 !! हम प्रीत किये पछतानी….भाग 2 “जिनका हृदय वियोग के मारे टूक टूक न हुआ हो…….वह मेरा अभिप्राय क्या समझेगा स्वामिनी ! ये भँवर मेरी दर्द भरी बातों को सच में सुनना चाहता है……तो पहले ये किसी से प्रेम करे…..फिर उस प्रेम में विरह को आनें दे…..फिर कुछ दिन तक विरहाग्नि में … Read more