श्रीराधिका का प्रेमोन्माद-1- ( नन्दालय ) : Niru Ashra
श्रीराधिका का प्रेमोन्माद-1 ( नन्दालय ) अर्धरात्रि बीत चुकी है , श्रीनन्द राय ने अपनी बैल गाड़ी को आगे बढ़ाया । ये जान बूझ कर किया था , मथुरा से तो ये दोपहर में ही विदा हो चुके थे । विदा ? किससे विदा ? अपने उस कन्हैया से विदा ? हाँ , उसने विदा … Read more