महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (052): Niru Ashra
महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (052) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) श्रीकृष्ण के प्रति गोपियों का अभिसार भाई! थियोसोफिकल सोसाइटी ने कहा कि हम हिन्दू धर्म, मुसलमान धर्म, ईसाई धर्म सबका समन्वय करेंगे, सबको एक बतायेंगे, तो एक धर्म और अलग बन गया। अगर सौ धर्म पहले से थे तो एक सौ एक धर्म बन गये। … Read more