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July 5, 2025 10:24 am

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹श्लोक 4 . 16 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹श्लोक 4 . 16 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 16 किं कर्म किमकर्मेति कवयोSप्यत्र मोहिताः |तत्ते कर्म प्रवक्ष्यामि यज्ज्ञात्वा मोक्ष्यसेSश्रुभात् || १६ || किम् – क्या है; कर्म – कर्म; किम् – अकर्म, निष्क्रियता; इति – इस प्रकार; कवयः – बुद्धिमान्; अपि – भी; अत्र – इस विषय में; मोहिताः – मोहग्रस्त रहते हैं; तत् – … Read more

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (050): Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (050): Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (050) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) श्रीकृष्ण के प्रति गोपियों का अभिसार काम का नाम सुनकर घबड़ाना नहीं। काम बुरा नहीं है, उसका विषय बुरा और भला होता है। जैसे-अपने पति के प्रति या अपनी पत्नी के प्रति यदि कामवासना हो तो धर्म के विरुद्ध नहीं है; धर्म के विरुद्ध नहीं … Read more

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! उपासनीय रस !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! उपासनीय रस !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! उपासनीय रस !! गतांक से आगे – “ये रस दो प्रकार से आस्वादनीय है …एक – रस सिद्धांत के रूप में और दूसरा – शुद्ध रस को ही पीया जाये” । जुगल घाट की रेती में …जहाँ यमुना जी बह रही … Read more

!!”श्रीराधाचरितामृतम्” 116 !!-त्रिपुरासुन्दरी द्वारा अर्जुन को “राधाभाव” का उपदेश भाग 1 : Niru Ashra

!!”श्रीराधाचरितामृतम्” 116 !!-त्रिपुरासुन्दरी द्वारा अर्जुन को “राधाभाव” का उपदेश भाग 1 : Niru Ashra

🌲🍁🌲🍁🌲🍁🌲 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 116 !! त्रिपुरासुन्दरी द्वारा अर्जुन को “राधाभाव” का उपदेशभाग 1 गतांक से आगे – भगवती त्रिपुरा सुन्दरी को प्रसन्न करनें में अर्जुन को ज्यादा समय नही लगा था……..और वैसे भी त्रिपुरा सुन्दरी पार्थ से प्रसन्न ही थीं । कृष्ण सखा, नर के अवतार अर्जुन से कौन प्रसन्न नही होगा । अर्जुन ! … Read more

लेस्टर में टंडेल यंग ग्रुप के इंडोर स्पोर्ट्स से माछी युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा : केशव बटाक

लेस्टर में टंडेल यंग ग्रुप के इंडोर स्पोर्ट्स से माछी युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा : केशव बटाक

07-12-2023लेस्टर में टंडेल यंग ग्रुप के इंडोर स्पोर्ट्स से माछी युवाओं को प्रोत्साहन, केशव बटाक ने सराहा, बोले वेलडन!

मुस्लिम परिवार की शादीमें हंगामा करने वाले भाजपा अध्यक्ष दीपेश टंडेल के खिलाफ नागरिकों में रोष

मुस्लिम  परिवार की शादीमें हंगामा करने वाले भाजपा अध्यक्ष दीपेश टंडेल के खिलाफ नागरिकों में रोष

दिलीपनगर ग्राउंड में मुस्लिम परिवार की शादीमें हंगामा करने वाले भाजपा अध्यक्ष दीपेशटंडेल के खिलाफ नागरिकों में बढी नाराजगीसंघ प्रदेश थ्रीडी भाजपा अध्यक्ष दीपेश टंडेल की कट्टरतावादी सोच के खिलाफदिलीपनगर डेवलपमेंट एसो. के सदस्यों ने जताई आपत्तिः माफी मांगने की उठाई मांग■ 4 नवंबर को दिलीपनगर ग्राउंड में दमण के स्थानीय मुस्लिम समाज के परिवार … Read more

👉 जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ और संसार का सबसे बड़ा लाभ : Niru Ashra

👉 जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ और संसार का सबसे बड़ा लाभ : Niru Ashra

👉 जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ और संसार का सबसे बड़ा लाभ व्यक्तित्व क्या है- आस्था। मनुष्य क्या है- श्रद्धा। चेष्टाएँ क्या हैं- आकांक्षा की प्रतिध्वनि। गुण, कर्म स्वभाव अपने आप ने बनते हैं न बिगड़ते हैं। आस्थाएँ ही आदतें बनकर परिपक्व हो जाती हैं तो उन्हें स्वभाव कहते हैं। अभ्यासों को ही गुण कहते … Read more

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹श्लोक 4 .14 एंड 15 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹श्लोक 4 .14 एंड 15 : Niru Ashra

अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 14🌹🌹🌹न मां कर्माणि लिम्पन्ति न मे कर्मफले स्पृहा |इति मां योSभिजानाति कर्मभिर्न स बध्यते || १४ || : श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान🌹🌹🌹🌹🌹🌹श्लोक 4 . 14🌹🌹🌹🌹न मां कर्माणि लिम्पन्ति न मे कर्मफले स्पृहा |इति मां योSभिजानाति कर्मभिर्न स बध्यते || १४ || न – कभी नहीं; माम् … Read more

: !! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-(श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव)-!! देखौ अतिहिं विचित्र अलि !! & .( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) – : Niru Ashra

: !! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-(श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव)-!! देखौ अतिहिं विचित्र अलि !! & .( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) – : Niru Ashra

: !! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! देखौ अतिहिं विचित्र अलि !! गतांक से आगे – बाने बान रँगीली रँगीले , दूल्हे दूलहनि रसिक रसीले ।बिमला बारिज-बदनी बाला , बिधिसों बाँधत बंदनमाला ।।फूलन कौ मंडप छबि छायौ , रच्यौ मोहनी महा सुहायौ ।कनकलता ज्यों लटकत डोलै , … Read more

!!”श्रीराधाचरितामृतम्” 115 !! भाग 2 & ૩ : Niru Ashra

!!”श्रीराधाचरितामृतम्” 115 !! भाग 2 & ૩ : Niru Ashra

: 🍃🍁🍃🍁🍃🍁🍃 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 115 !!भाग 2 मैं यहाँ ये भी उद्धृत करना उचित समझता हूँ कि …….”राधाभाव” की साधना करनें वाले गोरखपुर के श्रीराधा बाबा जी …………उन्होंने अपनी ये घटना स्वयं बताई है ……..”उन्हें युगलसरकार नें आज्ञा दी इस नवरात्रि में ……कि भगवती त्रिपुरा सुन्दरी की साधना करो ………और विधि विधान से करो” । … Read more