श्रीसीताराम शरणम् मम [108-1],“श्रीकृष्णसखा ‘मधुमंगल’ की आत्मकथा-16”,श्री भक्तमाल (116) तथा श्रीमद्भगवद्गीता : Niru Ashra
Niru Ashra: 🙏🥰 श्रीसीताराम शरणम् मम 🥰🙏 मैंजनकनंदिनी..1️⃣0️⃣8️⃣भाग 1 ( माता सीता के व्यथा की आत्मकथा)🌱🌻🌺🌹🌱🌻🌺🌹🥀💐 उद्भवस्थिति संहारकारिणीं क्लेशहारिणीम्।सर्वश्रेयस्करी सीतां नतोऽहं रामवल्लभाम्।। मैं वैदेही ! मत सोचिये रावण के बारे में हे रामबल्लभा ! आप ही हैं जो इस रावण के त्रास से इस सम्पूर्ण सृष्टि को बचानें के लिए आई हैं ! हे रामप्रिया … Read more