महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (011) : Niru Ashra
महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (011) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) रास के हेतु, स्वरूप और काल श्रीमद्भागवत से जब हम जाँचत हैं कि कितनी उम्र के साथ यह लीला हुई; तो सातवें बरस की उमर में गोवर्धन – धारण किया था। ‘यः सप्तहयनो बालः’- साफ-साफ लिखा है। और गोवर्धन धारण के पहले ही चीरहरण हो … Read more