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July 6, 2025 8:18 pm

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! रस निमग्न लाल जू !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! रस निमग्न लाल जू !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! रस निमग्न लाल जू !! गतांक से आगे – सीसफूल तर भाल सुनहरी नैंननि मैंन रँगावौ जू।भृकुटि भौंह लटनिकी लटकनिभिरि कपोल परसावौ जू ॥बिबस भयें न्यारो नहिं कीजै एही बर मोहि द्यावौ जू।बाहु सुमूलनि कूलनि कमलनि कुंजनि माहिं रखावौ जू ॥केतकि … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 121 !!-सौन्दर्यबोध और संगीत – “निकुञ्ज लोक में”भाग 2 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 121 !!-सौन्दर्यबोध और संगीत – “निकुञ्ज लोक में”भाग 2 : Niru Ashra

🍃🌲🍃🌲🍃🌲 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 121 !! सौन्दर्यबोध और संगीत – “निकुञ्ज लोक में”भाग 2 🌲🌲🌲🌲🌲 अब इस “निकुञ्ज उपासना” में आप देखोगे कि……….सखियाँ सुन्दर हैं……..कुञ्ज सुन्दर हैं ……..सुन्दर श्याम को …..और सुन्दर बनाकर उनका दर्शन करती हैं सखियाँ………उनकी आल्हादिनी हैं …….वो वैसे ही सौन्दर्य की मूर्ति हैं ……पर उनको भी और सजा कर उनके पीया के … Read more

” શ્રીરામ મંદિર સનાતન યુગપ્રવર્તક’, નમો કળિયુગના ભગીરથ! હવે ‘હિન્દૂ રાષ્ટ્ર’ અટલ” : કેશવ બટાક

” શ્રીરામ મંદિર સનાતન યુગપ્રવર્તક’, નમો કળિયુગના ભગીરથ! હવે ‘હિન્દૂ રાષ્ટ્ર’ અટલ” : કેશવ બટાક

“London. ૨૩-૧૨-૨૦૨૩” શ્રીરામ મંદિર સનાતન યુગપ્રવર્તક’, નમો કળિયુગના ભગીરથ! હવે ‘હિન્દૂ રાષ્ટ્ર’ અટલ” : કેશવ બટાકલંડન. એનઆરઆઈ ગ્રુપ લંડન યૂકેના કન્વીનર પ્રખર હિન્દુત્વવાદી કેશવભાઈ બટાકે કહ્યું કે અયોધ્યામાં શ્રીરામ મંદિરના નિર્માણ સાથે સનાતન યુગનો આરંભ થશે. ભારત હિન્દૂ રાષ્ટ્ર બનીને વિશ્વગુરૂ તરીકે સમગ્ર દુનિયાના નેતૃત્વ કરશે. યૂકેમાં ‘હિન્દુત્વ સનાતન હિતો’ ના મુદ્દાઓ પર સદાય અગ્રેસર … Read more

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान-श्लोक 4 . 33 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान-श्लोक 4 . 33 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान श्लोक 4 . 33 श्रेयान्द्रव्यमयाज्ञाज्ज्ञानयज्ञः परन्तप |सर्वं कर्माखिलं पार्थ ज्ञाने परिसमाप्यते || ३३ || श्रेयान् – श्रेष्ठ; द्रव्य-मयात् – सम्पत्ति के; यज्ञात् – यज्ञ से; ज्ञान-यज्ञः – ज्ञानयज्ञ; परन्तप – हे शत्रुओं को दण्डित करने वाले; सर्वम् – सभी; कर्म – कर्म; अखिलम् – पूर्णतः; पार्थ – हे पृथापुत्र; … Read more

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (060)- Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (060)- Niru Ashra

महारास (दिव्य प्रेम का नृत्य) (060) (स्वामी अखंडानंद सरस्वती ) जो जैसिह तैसेहि उठ धायीं-2 संगमविरहविकल्पे वरमिह विरहो न संगमस्तस्य यहाँ है तो, ‘तस्याह’ लेकिन चैतन्य महाप्रभु ने इसको तस्य कर दिया है। तो हम सुना रहे हैं कि आप आस्तिक हैं, सभी देवी-देवता को हाथ जोड़ लेते हैं- कृष्ण का मंदिर पड़ गया, हाथ … Read more

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! महालालची लाल जू !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! महालालची लाल जू !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! महालालची लाल जू !! गतांक से आगे – जी , ये रस क्षेत्र है …यहाँ लालच नही होगा तो रस खिलेगा नही । ये प्रेम है ….ये क्षेत्र ही ऐसा है जहाँ लोभ , राग , काम ये सब आकर उच्च … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 121 !!-सौन्दर्यबोध और संगीत – “निकुञ्ज लोक में”भाग 1 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 121 !!-सौन्दर्यबोध और संगीत – “निकुञ्ज लोक में”भाग 1 : Niru Ashra

🍃🌲🍃🌲🍃🌲 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 121 !! सौन्दर्यबोध और संगीत – “निकुञ्ज लोक में”भाग 1 🌲🌲🌲🌲🌲 निकुञ्ज लोक – वैकुण्ठ धाम के अंतर्गत आता है….साकेत धाम….. साकेत धाम से आगे एक दिव्य द्वीप है……जिसे कई पुराणों नें “श्वेतद्वीप” भी कहा है……और इस द्वीप में, वही प्रवेश कर सकता है …..जो वैकुण्ठ का भी भेदन करके आगे जानें … Read more

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान-श्लोक 4 . 32 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता-अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान-श्लोक 4 . 32 : Niru Ashra

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 4 : दिव्य ज्ञान श्लोक 4 . 32 एवं बहुविधा यज्ञा वितता ब्रह्मणो मुखे |कर्मजान्विद्धि तान्सर्वानेवं ज्ञात्वा विमोक्ष्यसे || ३२ || एवम् – इस प्रकार; बहु-विधाः – विविध प्रकार के; यज्ञाः – यज्ञ; वितताः – फैले हुए हैं; ब्रह्मणः – वेदों के; मुखे – मुख में; कर्म-जान् – कर्म से उत्पन्न; विद्धि – … Read more

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! रस समुद्र की तरंगें !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !!-( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव )-!! रस समुद्र की तरंगें !! : Niru Ashra

!! दोउ लालन ब्याह लड़ावौ री !! ( श्रीमहावाणी में ब्याहुला उत्सव ) !! रस समुद्र की तरंगें !! गतांक से आगे – एक विशाल रस समुद्र है …..कहाँ है ? ये प्रश्न आप कर रहे हैं तो आप ही इस प्रश्न का उत्तर दीजिए कि – विश्व में रस है ना ? आप जो … Read more

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 120 !!-यन्त्र विज्ञान और “निकुञ्ज”भाग 3 : Niru Ashra

!! “श्रीराधाचरितामृतम्” 120 !!-यन्त्र विज्ञान और “निकुञ्ज”भाग 3 : Niru Ashra

👏👏👏👏👏 !! “श्रीराधाचरितामृतम्” 120 !! यन्त्र विज्ञान और “निकुञ्ज”भाग 3 🍃🌻🍃🌻🍃🌻🍃 सखी की बात सुनकर अर्जुन चौंके………क्या मतलब ? तुम्हारी कामनाओं से ही सब हो जाएगा…..तुम जो चाहोगी वही होगा ? हाँ ……सखियों नें मन्द मुस्कुराते हुए कहा । अर्जुन क्या उत्तर देते………वे पीछे पीछे चलते रहे सखियों के । एक कुञ्ज में आगयीं थीं … Read more